रेलवे का पहिया ठहरा, रोडवेज का तेज
सुरेश मेहरा भिवानी रेलवे का पहिया अभी ठहरा है तो रोडवेज का तेज दौड़ रहा है। कि
सुरेश मेहरा, भिवानी:
रेलवे का पहिया अभी ठहरा है तो रोडवेज का तेज दौड़ रहा है। किसान एक्सप्रेस मंगलवार से अपने ट्रैक पर दौड़नी थी, लेकिन पंजाब में किसान आंदोलन के चलते उसे रद कर दिया गया। दिल्ली के लिए गाड़ी शुरू होने से लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब दिल्ली की डगर आसान होगी। किसानों के धरने में उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब यह धरना उठने के बाद ही किसान एक्सप्रेस को फिर से शुरू किया जाएगा। जहां तक रोडवेज की बात है भिवानी डिपो आमदनी में दिल्ली चंडीगढ़ के बाद तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। प्रतिदिन 14 से 15 लाख रुपये राजस्व प्राप्त करने वाला भिवानी डिपो अब 11 से 12 लाख रुपये प्रतिदिन तक पहुंच गया है। दिल्ली की राह देख रहे रेल यात्रियों को अभी करना होगा इंतजार
किसान एक्सप्रेस मंगलवार 20 अक्टूबर को चलनी थी। पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के चलते रेलवे ने जहां किसान एक्सप्रेस को अगले आदेशों तक रद्द कर दिया है। इससे दिल्ली के लिए राह एक बार फिर मुश्किल हो गई है। 22 अक्टूबर को रेलवे कर्मचारियों का मांगों को लेकर चक्का जाम है। इसी दिन अजमेर-अमृतसर चलनी है। ऐसे में यात्रियों में इस गाड़ी को लेकर भी चिता बनी है कि कहीं यह भी बंद न हो जाए। हरियाणा में पहले पायदान पर पहुंचा भिवानी डिपो
भिवानी डिपो के अधिकारियों के अनुसार कोरोना संक्रमण के इस दौर में राजस्व प्राप्ति के हिसाब से भिवानी डिपो प्रदेश में पहले पायदान पर पहुंच गया है। वहीं नंबरवन पर दिल्ली और दूसरी पोजीशन पर चंडीगढ़ चल रहा है। इसके बाद भिवानी डिपो में जगह बनाई है। भिवानी डिपो अब प्रतिदिन 11 से 12 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त कर रहा है। भिवानी डिपो की 126 बसें सड़कों पर दौड़ रही
भिवानी डिपो और तोशाम सब डिपो की 169 बसों में से 126 बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं। हालांकि अभी भी कई गांवों में बसें चलानी शुरू नहीं की हैं। जैसे ही सभी मार्गों पर बसें दौड़नी शुरू होंगी पहले वाली रफ्तार भिवानी डिपो पकड़ लेगा। तीन से चार हजार यात्री अब हर रोज भिवानी बस अड्डा से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे हैं। रेलवे का पहिया ठहरा तो आमदनी पर भी ब्रेक
लॉकडाउन से पहले भिवानी जंक्शन पर यात्रियों की बात करें तो हर रोज पांच हजार से अधिक यात्री यहां से अपने गंतव्य के लिए रवाना होते थे। जंक्शन को 10 से 12 लाख रुपये की आमदनी प्रतिदिन होती थी, लेकिन अब गोरखधाम के अलावा कोई गाड़ी नहीं चल रही है। ऐसे में यात्रियों से होने वाली आमदनी बस नाम मात्र की रह गई है। भिवानी डिपो की पूरी टीम की मेहनत ला रही रंग: महाप्रबंधक
हमारी पूरी टीम मेहनत कर रही है। इसी वजह से आज हम हरियाणा में नंबरवन और दिल्ली चंडीगढ डिपो के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उम्मीद है हमारे डिपो की आमदनी में और ज्यादा सुधार जल्द होगा। डिपो के कर्मचारी और अधिकारी इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं।
गुलाब सिंह, महाप्रबंधक, भिवानी डिपो। किसान एक्सप्रेस को रद किया गया है। 22 अक्टूबर को चलने वाली अजमेर-अमृतसर गाड़ी को लेकर अभी किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं है। फिलहाल तक तो यही सूचना है कि यह गाड़ी चलेगी।
जीके गुप्ता, स्टेशन अधीक्षक, भिवानी