प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिह्न लगा रहा है पीटीआइ भर्ती परीक्षा घोटाला : दिलबाग जांगड़ा
भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात करने वाली भाजपा सरकार पीटीआइ भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच ना कर स्वयं अपनी ही कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिह्न लगाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार की बेरूखी बर्खास्त पीटीआइ के बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल रही है। य
जागरण संवाददाता, भिवानी : भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात करने वाली भाजपा सरकार पीटीआइ भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच ना कर स्वयं अपनी ही कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिह्न लगाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार की बेरूखी बर्खास्त पीटीआइ के बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल रही है। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआइ को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने कही। जांगड़ा ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश सरकार प्रदेश में खुशहाली व भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करती है। वही दूसरी तरफ स्कूली स्तर के खिलाड़ियों को तैयार करने वाले पीटीआइ को बर्खास्त कर 1983 परिवारों को भूखा मारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी बहाली की मांग को लेकर इतने लंबे समय से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआइ मानसिक रूप से परेशान हो चुके है। उन्होंने कहा कि आज तक पीटीआइ के पेपर में हुए घोटाले की जांच भी नहीं हो पाई है। परीक्षा में घोटाले के आरोपित आजतक जेल में है तथा उस परीक्षा में पास होने वाले पीटीआइ को भी नौकरी से हटा दिया गया। शनिवार को क्रमिक अनशन पर सतीश यादव, मदनलाल सरोहा, मनोज कुमार, सुनील कुमार रहे। इस अवसर पर रामबीर तिगड़ाना, कपूर सिंह, अमरनाथ धनाना, सुरेंद्र घुसकानी, अनिल तंवर, जितेंद्र बामला, जितेंद्र प्रहलादगढ़, राजेश बंसल, शिवमोहन, विनोद सांगा, हरीश गोच्छी, जयपाल ढाणीमाहु, अनिल शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।