बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने एक साल पूरा होने पर मनाया काला दिवस
जागरण संवाददाता भिवानी लघु सचिवालय के बाहर अपनी बहाली के लिए धरनारत बर्खास्त शारीरिक ि
जागरण संवाददाता, भिवानी : लघु सचिवालय के बाहर अपनी बहाली के लिए धरनारत बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों को एक साल पूरा हो चुका है। लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। यह आरोप हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने सरकार पर लगाया है। इस दौरान बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। उन्होंने कहा कि 8 अप्रैल 2020 को कोर्ट के आदेशों के बाद शारीरिक शिक्षकों को सरकार ने बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। सभी हटाए गए बर्खास्त पीटीआइ ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें लगातार गुमराह कर रही है। पहले तो मुख्यमंत्री उन्हें शिक्षा विभाग में खेल स्कूल सहायक के पद पर समायोजित करने की बात कर रहे थे लेकिन अब तक उन्हें खेल स्कूल सहायक के पद पर नियुक्ति नहीं दी गई। जिसके चलते उनके आश्रितों की स्थिति भी खराब होने लगी है। आए दिन शारीरिक शिक्षक अपने परिजनों के साथ धरने पर बैठकर सरकार की कारगुजारियों की निदा करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें बहाल नहीं किया जाता तब तक उनका धरना जारी रहेगा। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर नीतू रानी, पवन कुमार, सरीता देवी, सुरेंद्र सिंह को बैठाया। क्रमिक अनशन की अध्यक्षता मनोहर लाल ने की। इस अवसर पर राज्य प्रधान धर्मेंद्र पहलवान, मा. सुखदर्शन सरोहा, सूरजभान जटासरा, राकेश मलिक, लोकेश, अजीत सिंह, विनोद पिकू, जितेंद्र सिंह, राजेश ढांडा, जरनैल सिंह, विरेंद्र सिंह, संदीप कुमार, अशोक कटारिया, विनोद सांगा, मदन लाल सरोहा, बलजीत तालू, विरेंद्र मान, उदयभान, मीनूरानी, बबीता देवी, मुन्नी देवी, सुनीता रानी, सुरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, विपिन यादव, कर्मजीत, विनोद वैद्य, पवन कुमार, राजपाल यादव, राजेश कुमार, बिजेंद्र सिंह, जय प्रकाश आदि कर्मचारी व पदाधिकारी उपस्थित थे।