प्रदेश भर में बर्खास्त पीटीआइ ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
बर्खास्त पीटीआइ अपनी बहाली की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से यमुनानगर में डेरा जमाए हुए है।
जागरण संवाददाता, भिवानी: बर्खास्त पीटीआइ अपनी बहाली की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से यमुनानगर में डेरा जमाए हुए है। लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा उनकी मांग मानने की बजाए उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष जारी बर्खास्त पीटीआइ के धरने को संबोधित करते हुए तालमेल कमेटी से राजेश सभ्रवाल, सूरजभान जटासरा, विरेंद्र घणघस, सोमदत्त शर्मा, विनोद पिकू ने कही। बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआइ का धरना बुधवार को 576वें दिन में प्रवेश कर गया।
तालमेल कमेटी के सदस्यों ने कहा कि यमुनानगर में अपनी बहाली की मांग कर रहे बर्खास्त पीटीआइ के साथ प्रशासन द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। संघर्षरत्त बर्खास्त पीटीआइ को कड़ाके की ठंड में जबरन उठाकर 60-60 किलोमीटर दूर मरने के लिए छोड़ दिया गया, जो कि प्रशासन का अमानवीय व्यवहार दर्शाता है। यमुनानगर प्रशासन के इसी दुर्व्यवहार के विरोध में बुधवार को प्रदेश भर के बर्खास्त पीटीआइ ने तालमेल कमेटी के साथ मिलकर जिला स्तर पर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए कि पिछले दो वर्षों से अपने रोजगार की लड़ाई लड़ रहे 1983 बर्खास्त पीटीआइ को रोजगार देकर उनके बच्चों को भूखा मरने से बचाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे अपना वायदा पूरा करते हुए बर्खास्त पीटीआइ को समायोजित करने का काम करने करें। बुधवार को क्रमिक अनशन पर पूर्व जिला खेल अधिकारी सुरेंद्र सिंह खरब, अमरनाथ धनाना, महेंद्र सिवाच, सज्जन सिंह सिगला रहे। इस अवसर पर राकेश सिवाच, कामरेड ओमप्रकाश, रामफल देशवाल, एडवोकेट संजय अग्रवाल, ठाकुर रामपाल तंवर, कामरेड राजेश कुंगड़, राकेश, सुशील दहिया, दयानंद डीपीई, भूप सिंह बडदूचैना, जयबीर, रविद्र डीपीई तालु, सुनील कुमार डीपीई बीरण, अनिल तंवर, विरेंद्र जाखड़, पवन टिटाणी सहित अनेक लोग मौजूद थे।