आरटीए ऑफिस में हेड नहीं, सभी कर्मचारी तबदील, कामकाज ठप
जागरण संवाददाता भिवानी पांच दिन से आरटीए ऑफिस में काम ठप है। एक तो यहां के पांच कम
जागरण संवाददाता, भिवानी:
पांच दिन से आरटीए ऑफिस में काम ठप है। एक तो यहां के पांच कर्मचारियों का तबादला हो गया है। दूसरे पांच दिन से आरटीए का कार्यभार किसी के पास नहीं है। ऐसे में यहां काम के लिए आने वालों के लिए इस तरह के हालात मुसीबत भरे हैं। आरटीए का कार्यभार एडीसी के पास था, लेकिन अब उनको भी इस कार्यभार से मुक्त कर दिया गया है। यहां पर हर रोज 500 से 700 लोगों का अपने कामकाज के लिए आना जाना लगा रहता है। पांच दिन से जो भी लोग यहां आते हैं उनको मायूस लौटना पड़ रहा है। पांच कर्मचारी भिवानी रोडवेज डिपो में भेजे
आरटीए आफिस के पांच कर्मचारी भिवानी डिपो में स्थानांतरित कर दिए गए हैं। उनकी जगह पर भिवानी रोडवेज डिपो के पांच कर्मचारी आरटीए आफिस में भेजे गए हैं। आरटीए ऑफिस का काम उनको समझने में अभी समय लगेगा। इससे भी बढ़ कर बात यह कि आरटीए का किसी के पास कार्यभार ही नहीं है। बिना पासवर्ड कैसे चले काम, ऑफिस का काम ठप
पांच दिन से आरटीए ऑफिस का काम ठप है। आरटीए का कार्यभार किसी के पास नहीं होने से पासवर्ड भी कर्मचारियों के पास नहीं है। इसलिए भले ही इस कार्यालय को पांच कर्मचारी नए मिल गए हैं पर जब तक पास वर्ड नहीं मिल जाते हैं कोई काम नहीं कर सकते। ऐसे में काम के लिए आने वाले लोगों को संतुष्ट कर पाना इन कर्मचारियों के बस की बात नहीं है। उनको लोगों से भी बहुत कुछ सुनने को मिल रहा है। यहां के 22 चालक भी किए इधर से उधर
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के तहत कार्य कर रहे 22 चालकों को भी बदल कर भिवानी डिपो में किया गया है। उनकी जगह दूसरे चालकों को भेजा गया है। ऐसे में आरटीए ऑफिस को लेकर लोगों की जुबान पर है कि इस आफिस को तो पूरी तरह से विचलित कर दिया गया है। लाइसेंस आरसी नहीं बन रहे तो पासिग ठप, कौन भरेगा जुर्माना
आरटीए ऑफिस के तहत बनने वाले लाइसेंस, आरसी, परमिट, टैक्स, पासिग, नई गाड़ी पंजीकरण आदि सभी काम ठप होकर रह गए हैं। अधिकारियों की माने तो हर रोज 300 से ज्यादा लाइसेंस तो 200 के करीब दूसरे कामों के लिए लोगों का आवागमन बना रहता है। पांच दिन से तो न लाइसेंस बन रहे और न ही आरसी। इसके अलावा दूसरे काम भी ठप होकर रह गए हैं। बुधवार और शनिवार को गाड़ियों की पासिग का काम होता है। इसमें हजारों वाहन पासिग के आते हैं लेकिन अब वह काम भी बंद हो गया है। समय पर पासिग नहीं होने पर प्रतिदिन 50 रुपये जुर्माना लगता है। अब इस बेवजह के जुर्माने को कौन भरेगा।
मुझे अपनी गाड़ी की पासिग के बारे में पता करना था। यहां आया तो पता चला कोई कर्मचारी ही नहीं है। किससे पता करें। जब समय पर गाड़ी की पासिग नहीं होगी तो बेवजह का जुर्माना लगा दिया जाएगा। हम समय पर पासिग करवा लें इसकी जानकारी लेने के लिए आए हैं तो इसके बारे में कोई कुछ बताने वाला नहीं हैे। गलती खुद ऑफिस की और भुगतनी हमें होगी यह तो सही नहीं है।
दीपक, गांव खरक आरटीए ऑफिस भगवान भरोसे छोड़ दिया है कामकाज सब ठप है
आरटीए ऑफिस को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया हैं। यहां हर रोज सैकड़ों लोग लाइसेंस, आरसी और दूसरे कामों के लिए आ रहे हैं। अब यहां पर न आरटीए है और न ही कर्मचारी। यहां आने वालों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। वाहन चालकों पर पासिग के नाम पर बेवजह का जुर्माना लगाया गया तो लोग अदालत का रुख करने से पीछे नहीं हटेंगे। हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द आरटीए भिवानी को मिले।
रामनिवास शर्मा, प्रधान
थ्री व्हीलर रेहड़ी एवं फुटपाथ एसोसिएशन
उम्मीद है जल्द आरटीए मिलेंगे : टीआई
उम्मीद है जल्द ही आरटीए ऑफिस को आरटीए मिलेंगे। कर्मचारी तो जितने बदले गए हैं उतने दूसरे मिल गए हैं। समस्या यह है कि पासवर्ड आरटीए के पास होते हैं। जब तक आरटीए की जिम्मेदारी किसी अधिकारी को नहीं मिलती है तब तक यह समस्या रहेगी। यहां पर हर रोज सैकड़ों लोग अपने काम से आ रहे हैं।
रोशनलाल, टीआइ, आरटीए ऑफिस भिवानी।