निजी स्कूलों ने नहीं भरा जुर्माना, School Education Board ने अंतिम तिथि बढ़ाई
जुर्माने को लेकर निजी स्कूल व हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दोनों अड़े हैं। इस बीच शिक्षा बोर्ड ने जुर्माना राशि जमा करने की अंतिम तिथि 10 जून कर दी है।
जेएनएन, भिवानी। निजी स्कूलों (Private schools) के विरोध के बावजूद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana School Education Board) ने दसवीं एवं 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा मार्च-2019 एवं मार्च-2020 से संबंधित विद्यालयों को जुर्माना राशि भरने का एक मौका और दिया है। यह जुर्माना राशि पहले 5 जून तक भरी जानी थी, लेकिन निजी स्कूलों द्वारा भुगतान नहीं करने के ऐलान के बाद अब बोर्ड ने अंतिम तिथि 10 जून तक बढ़ा दी है।
मामले पर न शिक्षा बोर्ड और न ही प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन (Private School Welfare Association) पीछे हटने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे हैं। गौर हो कि बोर्ड प्रशासन ने इन निजी स्कूलों का रिजल्ट रोकने की धमकी भी दी थी। बृहस्पतिवार को यहां जारी बयान में बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह और सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा ड्यूटी पर अनुपस्थित रहे पर्यवेक्षकों के निजी विद्यालयों से पांच हजार रुपये जुर्माना राशि जमा करवाई जानी थी। इसके अलावा जिन विद्यालयों द्वारा आंतरिक मूल्यांकन के अंक ऑनलाइन नहीं भरे गए थे, उन्हें भी जुर्माना राशि बोर्ड कार्यालय में जमा करवाने के लिए 25 मई तक का समय दिया गया था। जिस भी विद्यालय से समय पर जुर्माना प्राप्त नहीं होगा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, इस मामले में प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामअवतार शर्मा का कहना है कि वे इस मामले में किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि प्रदेश भर में सक्रिय सभी प्राइवेट स्कूलों के संगठनों को एक मंच पर एकत्रित कर संघर्ष किया जाएगा। प्रदेश का कोई भी प्राइवेट स्कूल जुर्माना नहीं भरेगा और जिस स्कूल द्वारा पहले जुर्माना भरा जा चुका है, उसे बोर्ड से वापस दिलवाया जाएगा।
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