प्री मानसून ने दी दस्तक, बरसात से खिले किसानों के चेहरे
आमतौर से बरसात का समय 25 जून से माना जाता है। इस बार प्री मानसून ने दस्तक दे दी है और दो दिन से रुक-रुक कर बरसात हुई है।
जागरण संवाददाता भिवानी : आमतौर से बरसात का समय 25 जून से माना जाता है। इस बार प्री मानसून ने दस्तक दे दी है और दो दिन से रुक-रुक कर बरसात हुई है। शनिवार शाम और रविवार सुबह कहीं कम तो कहीं ज्यादा बरसात हुई। जिले में सबसे ज्यादा भिवानी में 12 एमएम बरसात हुई है वहीं लोहारू, सिवानी, बवानीखेड़ा में बूंदाबांदी हुई है। पिछले 24 घंटे में बरसात के आंकड़ों में भिवानी के बाद बहल में छह एमएम और तोशाम में 4.2 एमएम बरसात हुई है। मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि अगले दो तीन दिन बरसात की संभावना बनी है। इस बीच धूप भी खिलेगी। बरसात के मौसम से शहरवासियों की चिता बढ़ रही है वहीं किसानों के लिए यह बहुत फायदेमंद मानी जा रही है।
खरीफ फसलों की बिजाई हो रही किसानों को होगा फायदा :
खरीफ की फसलों की बिजाई शुरू हो गई है। भिवानी क्षेत्र में बरसात होने से किसान खुश हैं। दो दिन से हो रही बरसात किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। बाजरा, ग्वार, कपास, मूंग और मोठ आदि की फसलों की बिजाई की जा रही है। बिजाई कार्य 15 जुलाई तक किसान कर सकते हैं। फिलहाल की बरसात किसानों की फसलों के लिए रामबाण मानी जा रही है। अगले तीन दिन बरसात की संभावना:
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले तीन दिन तक बरसात होने की संभावना है। भिवानी क्षेत्र में तीन दिन तक कभी धूप खिलेगी तो कभी बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बरसात होगी। इससे उमस भी बढ़ सकती है। बरसात आमतौर पर जून माह के पहले पखवाड़े में शुरू हो जाती है। इसे प्री मानसून के रूप में भी देखा जाता है। यह बरसात खरीफ फसलों के लिए बहुत फायदेमंद होगी। किसान समय पर फसलों की बिजाई करें और उपचारित बीज का ही प्रयोग करें।
-बलबीर शर्मा, कृषि अधिकारी