महंगाई की दौड़ में आलू की गति हुई तेज
कोविड-19 के चलते मार्च माह में अनलॉक शुरू होने के बाद सब्जि
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कोविड-19 के चलते मार्च माह में अनलॉक शुरू होने के बाद सब्जियों का आयात-निर्यात पूरी तरह से प्रभावित हुआ था। जिसके चलते क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा उगाई गई सब्जियां ही स्थानीय बाजार में उपलब्ध थी। सब्जियों का उत्पादन अधिक व मांग कम होने के कारण सब्जियों के भाव में काफी कमी देखने को मिली थी। अनलॉक शुरू होने के बाद जैसे-जैसे हालात सामान्य होने से जनजीवन पटरी पर आने लगा उसके बाद सब्जियों के भाव में भी तेजी आने लगी। वर्तमान में सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे हैं। बीते कुछ ही समय के दौरान टमाटर, आलू, प्याज काफी महंगे हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते काफी समय से टमाटर को छोड़कर दूसरी सब्जियों के भाव में अधिक उछाल नहीं देखने को मिला था। जिसके चलते उपभोक्ताओं को अपने रसोई के बजट को लेकर अधिक चिता नहीं थी। लेकिन बीते कुछ समय से सब्जियों के रेट में तेजी से जो उछाल आया है उसने उपभोक्ताओं को रसोई बजट के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया है। मासाखोरों के अनुसार बाहर से सब्जियां आने के कारण थोक के भाव बढ़ गए हैं। जिससे रिटेल में भी सब्जियां महंगी हो गई है। प्याज के भाव हुए दोगुने
करीब एक माह पहले तक प्याज का भाव 15 रुपये किलो से भी कम था। बाद में इसमें धीरे-धीरे इजाफा हुआ और एक सप्ताह पहले तक दादरी सब्जी मंडी में प्याज 20 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था। लेकिन अब प्याज के रेट दोगुने हो गए हैं। इसके अलावा आलू के भाव में भी तेजी आई है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कम हो गए ग्राहक
दादरी नई सब्जी मंडी के बंसीधर यादव, बबलू, रामौतर, फकीर, बाबूलाल इत्यादि ने कहा कि पहले कोरोना संक्रमण के डर से उनका काम धंधा प्रभावित हुआ और अब सब्जियों के रेट में जिस प्रकार से तेजी आई है उसके बाद ग्राहकों की संख्या पहले से आधी हो गई है। उन्होंने कहा कि थोक के रेट बढ़ने पर उन्हें भी सब्जियां महंगी मिल रही है लेकिन बिक्री में कमी आने के कारण बची हुई सब्जियां खराब हो रही है। जिसके चलते उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। महंगे भाव ने बिगाड़ा बजट
सब्जी खरीदने दादरी नई सब्जी मंडी पहुंचे उपभोक्ता सुनीता, बबीता, मनोज, निर्मला इत्यादि ने कहा कि सब्जियों के भाव में एकदम से काफी तेजी आ गई है। जिसने उनकी रसोई का बिगाड़ दिया था। उन्होंने कहा कि पहले सब्जियों के भाव कम थे व एक बार में ही सप्ताहभर की सब्जी खरीदकर ले जाते थे। लेकिन अब सब्जी खरीदने से पहले सोचना पड़ रहा है। वहीं लगभग सभी सब्जियों में प्रयोग किए जाने वाले प्याज, टमाटर के तेज भाव रसोई के बजट को अधिक प्रभावित कर रहे हैं। दादरी सब्जी मंडी में रिटेल में सब्जियों के भाव का विवरण
सब्जी दस दिन पहले अब
प्याज 20 40
टमाटर 50 60
आलू 30 35-40
लहसून 120 140
हरी मिर्च 40 50
पेठा 20 20
खीरा 20 30
नोट: उपर्युक्त सब्जी भाव प्रति किलो के हिसाब से हैं।