आज भी खुलेगा डाकघर, राखी पहुंचाने का कार्य करेंगे डाकिये
रक्षा बंधन पर्व पर जो बहनें भाइयों तक राखी बांधने नहीं पहुंच पाई
संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : रक्षा बंधन पर्व पर जो बहनें भाइयों तक राखी बांधने नहीं पहुंच पाई ऐसी बहनें डाक के माध्यम से अपने भाइयों को रक्षा सूत्र भेजने का कार्य कर रही हैं। रक्षा बंधन पर्व बहनों के लिए विशेष महत्व रखता है। वहीं भाई भी ऐसी बहनों के लिए उपहार के लिए बैंक खाते के माध्यम से पैसे भेज रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बवानीखेड़ा के मुख्य डाकघर के तहत आठ गांव पड़ते हैं। इनमें बवानीखेड़, बलियाली, बड़सी, दुर्जनपुर, जाटु लुहारी, मंढाणा, पुर, सिवाड़ा आदि गांव शामिल हैं। इन गांवों में डाक पहुंचाने का कार्य बवानीखेड़ा के मुख्य डाक घर से किया जाता है। पिछले 10 दिनों से मुख्यडाक घर में रोजाना 40 से 50 राखियां आ रही हैं। इन राखियों का डाकियों द्वारा वितरण किया जा रहा है। रक्षा बंधन पर्व के महत्व को देखते हुए रविवार को भी डाकघर खुला रहेगा और बहनों के घर तक छुट्टी वाले दिन भी डाकिये राखी पहुंचाने का कार्य करेंगे। यहां से करीब अब तक 700 स्पीड पोस्ट के माध्यम से राखियां भेजी जा चुकी हैं जबकि कुछ लोग साधारण डाक से भी राखियां भेजने का कार्य कर रहे हैं। डाकघर में लगभग राखियों के नाम से करीब 40 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। डाकिये भी रक्षा बंधन पर्व के महत्व को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर बहनों के घर राखियां पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। अब तक लगभग 600 से अधिक राखियों का वितरण किया जा चुका है। खासकर फौजी भाइयों के लिए ज्यादा स्पीड पोस्ट की जा रही हैं। इसके अलावा दूर दराज क्षेत्र में रहने वाली बहने डाक के माध्यम से भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए डाक के माध्यम से भेज रही हैं। छुट्टी वाले दिन भी खुलेगा डाकघर: सतेंद्र
बवानीखेड़ा मुख्य डाकघर के सब पोस्ट मास्टर सतेंद्र ने बताया कि अब तक 500 राखियों का डाक विभाग से वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रक्षा बंधन पर्व के महत्व को देखते हुए रविवार छुट्टी वाले दिन भी डाक वितरण का कार्य किया जाएगा ताकि हर बहन की राखी को भाई तक पहुंचाया जाए।