पुलिस-पीटीआइ शिक्षकों के बीच जमकर हुई झड़प, बैरिकेट्स तोड़े
दादरी के लोक निर्माण विश्राम गृह में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दु
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी के लोक निर्माण विश्राम गृह में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का विरोध करने जा रहे सेवामुक्त किए गए पीटीआइ शिक्षकों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। मामला बढ़ता देख पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। इस झड़प में बैरिकेट्स व डंडों से कुछ पीटीआइ शिक्षकों को चोटें भी लगी। इनमें एक महिला पीटीआइ व एक आशा वर्कर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस के साथ हुई झड़प से आक्रोशित पीटीआइ शिक्षक डिप्टी सीएम के इंतजार में विश्राम गृह रोड पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान पीटीआइ शिक्षकों व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला विश्राम गृह में पहुंचे। लेकिन तब तक प्रदर्शन कर रहे सेवामुक्त पीटीआइ शिक्षक यहां से जा चुके थे। अन्य जिलों से शिक्षक पहुंचे दादरी
शुक्रवार को दादरी में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम के चलते सेवामुक्त पीटीआइ शिक्षकों ने उनका विरोध करने की योजना बनाई थी। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार दादरी के अलावा अन्य जिलों से भी पीटीआइ शिक्षक तिकोना पार्क के समीप एकत्रित होने लगे थे। दोपहर तक काफी संख्या में दूसरे जिलों से पीटीआइ, किसान संगठनों, खापों व अन्य कर्मचारी, व्यापारी संगठनों के लोग भी तिकोना पार्क पहुंच गए। तिकोना पार्क पर एकत्रित हुए लोग दोपहर को सरकार विरोधी नारे लगाते हुए विश्राम गृह की तरफ बढ़े। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा विश्राम गृह से करीब 100 मीटर पहले रोहतक रोड के समीप बेरिकेटिग की गई थी। यहां पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया तो वे बेरिकेटिग तोड़कर आगे बढ़ने लगे। इसी दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आनन-फानन में पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। जिसके बाद एक बार तो वहां पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान बेरिकेट्स व लाठी लगने से कुछ प्रदर्शनकारी चोटिल भी हो गए। जिसके बाद बिफरे प्रदर्शनकारी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के इंतजार में वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए तथा सरकार व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लेकिन करीब तीन घंटे बाद भी डिप्टी सीएम के वहां न पहुंचने पर प्रदर्शनकारी भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी देकर लौट गए। आधा दर्जन से अधिक हुए चोटिल
पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान रोहतक से आई पीटीआइ शिक्षिका कविता, सोनीपत से आई पूनम, गुरूग्राम से आई बनिता यादव, सोनीपत से आई रेखा, सुमन भैरवी, महेंद्रगढ़ पीटीआइ शिक्षक जिला प्रधान आशीष यादव, पलवल से आए प्रताप सिंह, भिवानी से विनोद सांगा को चोटें लगी। इस दौरान एक महिला शिक्षक के पैरों के नीचे आंसू गैस का गोला फटने से वह भी चोटिल हो गई। आंसू गैस के प्रभाव से आशा वर्कर शीला बेहोश हो गई। जिसके बाद सुमन भैरवी व आशा वर्कर शीला का दादरी के सरकारी अस्पताल में उपचार करवाया गया। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा उन पर एक्सपायरी डेट के आंसू गैस के गोले दागे गए हैं।