जागरण संवाददाता, भिवानी : गठबंधन सरकार द्वारा बार-बार आश्वासन दिये जाने के बाद भी शारीरिक शिक्षकों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। अब शारीरिक शिक्षकों के परिजनों के सामने भूखमरी की कगार पैदा हो गई है। उनके बच्चों का भविष्य में दाव पर लग गया। इस संकट की घड़ी में अगर उन्हें कोई बचा सकता है तो वह सरकार है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों के धरने को सम्बोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने कही।
धरना प्रदर्शन हरियाणा शारीरिक शिक्षक व तालमेल कमेटी द्वारा चलाया जा रहा है। पीटीआइ अध्यापक नेता राजेश ढांडा, जरनैल सिंह, विनोद पिकू महासचिव, ज्ञान विज्ञान समिति के कुलभूषण आर्य, मदन लाल सरोहा, सुखदेव ने कहा कि बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों को सरकार शिक्षा विभाग में खेल स्कूल सहायक के पद पर नियुक्ति दें अन्यथा वे सभी कर्मचारी उनके साथ हैं। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार ने 18 मार्च से पहले पहले शारीरिक शिक्षकों को बहाल नहीं किया तो वे सभी कर्मचारियों व सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर आर-पार की लड़ाई का बिगुल बजाएंगे। इस दौरान शारीरिक शिक्षकों व कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष जताया। सोमवार को क्रमिक अनशन पर उदयभान पीटीआइ, राजेश कुमार पीटीआई, मुन्नी देवी, नीतूरानी को पदाधिकारियों ने फूल मालाएं पहनाकर बैठाया। कर्मचारियों के धरने का संचालन सुनील कुमार पीटीआइ कर रहे थे। इस अवसर पर कृष्ण बोहल, केके शर्मा पूर्व प्राचार्य, अनिल तंवर, बलजीत तालू, कर्मजीत दुर्जनपुर, मा. अजीत राठी, संदीप सांगवान, सोमदत्त शर्मा जिला प्रधान, राजेश श्योराण, महेंद्र श्योराण, सुनील जांगड़ा, सतीश यादव, विरेंद्र जाखड़, सतीश सिवाना, राजपाल यादव, जिले सिंह, पवन टिटाणी, मनोज वैद्य, सुरेंद्र खरक सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
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