निजी स्कूलों की बसों का टैक्स व पासिंग की पैनल्टी माफ की जाए
फेडरेशन ऑफ रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट एनएडिड स्कूल यूनियन के प्रधान ईश्वर मालवाल ने कहा कि सरकार को कोरोना कॉल के दौरान बंद होने के कारण निजी स्कूलों की बसों का टैक्स व पासिंग की पैनल्टी माफ करनी चाहिए।
संवाद सहयोगी, तोशाम : फेडरेशन ऑफ रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट एनएडिड स्कूल यूनियन के प्रधान ईश्वर मालवाल ने कहा कि सरकार को कोरोना कॉल के दौरान बंद होने के कारण निजी स्कूलों की बसों का टैक्स व पासिंग की पैनल्टी माफ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल पिछले छह माह से बंद पड़े हैं, इस हालात में स्कूल संचालक बसों का टैक्स व पैनल्टी अदा नहीं कर सकते।
मालवाल ने कहा कि सरकार द्वारा स्कूल बसों पर पैसेंजर व अन्य कई तरह के टैक्स लगाए गए हैं। कोरोना काल के दौरान स्कूल लंबे समय से बंद है जिसके कारण स्कूल बसों की फिटनेस भी खत्म हो चुकी है। फिटनेस खत्म होने के बाद पचास रूपये प्रति दिन के हिसाब से विभाग द्वारा पैनलटी ली जाती है। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के कारण स्कूलों की वित्तीय हालत काफी कमजोर हो गई। इस कारण फेडरेशन ऑफ रिकॉग्नाइजड प्राइवेट एनएडिड स्कूल यूनियन सरकार से मांग करती है कि स्कूल बसों का टैक्स व पैनल्टी माफ की जाए।
प्रधान ने कहा कि निजी स्कूल सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के तहत स्कूल खोलने की तैयारी कर रहे हैं। सभी विद्यालय संचालक विद्यालयों में शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों के बैठने के लिए प्लान तैयार कर रहे हैं। वहीं सभी स्कूलों में प्लस ऑक्सोमीटर, थर्मल स्कैनर, हैंड सैनिटाइजर व मास्क की भी उचित व्यस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल संचालक कक्षाएं लगने से पहले 21 सितंबर से अभिभावक का सहमति पत्र भरवाएंगे व विद्यालय भवन में सभी कमरों को सैंनिटाइज किया जाएगा।
मालवाल ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का जो निर्णय हैं उसी के अनुसार सभी विद्यालय संचालक अभिभावकों से फीस लेंगे। मालवाल ने कहा कि सभी स्कूल संचालक सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते ही स्कूल खोलेंगे। इस मौके पर डॉक्टर नरेश जांगड़ा, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह, देवेंद्र पायल, रोहताश महला, विकास मिरान, अनीश पिलानियां, इंद्रपाल ढ़ाणीमाहू, योगेंद्र मालवाल आदि मौजूद थे।