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एनएच 152 डी : खेतों का रास्ता, पाइप लाइन के लिए स्थान की मांग को लेकर रानीला के किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

गंगहेड़ी से नारनौल तक बनने वाले नेशनल हाईवे के कारण गांव की जमीन हाईवे के दोनों ओर बंट गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 06:50 AM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 06:50 AM (IST)
एनएच 152 डी : खेतों का रास्ता, पाइप लाइन के लिए स्थान की मांग को लेकर रानीला के किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
एनएच 152 डी : खेतों का रास्ता, पाइप लाइन के लिए स्थान की मांग को लेकर रानीला के किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

फोटो : 08 सीडीआर 12 जेपीजी में है। जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गंगहेड़ी से नारनौल तक बनने वाले नेशनल हाईवे 152 डी के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित जिले के किसानों के समक्ष खेतों की सिचाई, आने-जाने के रास्ते इत्यादि की दिक्कतें आने लगी हैं। जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते प्रभावित गांवों के किसान कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं होने से उनमें रोष बना हुआ है। इसी के चलते गांव रानीला के किसान खेतों में आने-जाने के लिए रास्ते व सिचाई के लिए पाइप लाइन निकालने के स्थान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि नेशनल हाईवे 152डी के निर्माण के लिए जिले के 18 गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। जहां नेशनल हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हाईवे के निर्माण से किसानों की जमीन सड़क के दोनों ओर बंट गई हैं। लेकिन किसानों को हाईवे के दूसरी ओर आने-जाने व फसलों की सिचाई को पाइप लाइन क्रासिग के लिए उचित स्थान नहीं मिल पाने के कारण उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। इस प्रकार की समस्या को लेकर पहले जहां कई दिनों तक ढाणी व टिकान के किसानों ने धरना दिया था वहीं अब गांव रानीला के किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरनारत किसानों ने कहा कि उनके गांव की करीब 400 एकड़ जमीन हाईवे के दूसरी ओर है। लेकिन निर्माण के दौरान इन खेतों में आने-जाने के लिए रास्ता नहीं छोड़ा जा रहा है। वहीं पाइप लाइन निकालने के लिए भी कोई स्थान नहीं दिया गया है। जिसके चलते भविष्य में किसानों को अपने ही खेतों में जाने से वंचित रहना पड़ेगा या बहुत दूर से घूमकर आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मिल चुके हैं। लेकिन सुनवाई न होने पर उन्हें मजबूरीवश धरने पर बैठना पड़ा हैं। धरनास्थल पर किसान किताब सिंह नंबरदार, उमेद सिंह, रामेश्वर, रामौतार, लख्मीराम, रमेश इत्यादि मौजूद थे।

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विधायक को करवाया अवगत

धरनारत किसानों ने कहा कि मंगलवार को धरना कमेटी ने दादरी विधायक सोमबीर सांगवान से मिलकर पूरे मामले व समस्या से अवगत करवा दिया है। जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा वे धरना जारी रखेंगे। धरना कमेटी सदस्यों ने कहा कि विधायक ने उन्हें संबंधित अधिकारियों से बात कर समस्या के उचित समाधान का आश्वासन दिया है।


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