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भारतीय ज्ञान परंपरा के हर स्तर पर समावेश को बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति: अतुल कोठारी

जागरण संवाददाता भिवानी सरकारी संस्थाओं में आज के समय में गुणवत्ता को ठीक करने की जरू

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 05:48 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 05:48 AM (IST)
भारतीय ज्ञान परंपरा के हर स्तर पर समावेश को बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति: अतुल कोठारी
भारतीय ज्ञान परंपरा के हर स्तर पर समावेश को बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति: अतुल कोठारी

जागरण संवाददाता, भिवानी:

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सरकारी संस्थाओं में आज के समय में गुणवत्ता को ठीक करने की जरूरत है। उस पर सभी को मिलकर ज्यादा काम करने की जरूरत है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों का समग्र विकास एवं भारतीय ज्ञान परंपरा का हर स्तर पर समावेश होना जरूरी है। यह विचार शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने विश्वविद्यालय के जनसंपर्क मामले विभाग के सौजन्य से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए रखे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति के तहत जो पाठ्क्रम है वह पहली कक्षा से लागू होगा। उसको विश्वविद्यालय स्तर तक लागू किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थी के स्तर से उनको चरित्रवान बनना है। ताकि वह अपने पैर पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि विरोधी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विरोध करने की स्थिति में ही नहीं है। क्योंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के समग्र विकास व्यवसायिक शिक्षा अनुसंधान एवं च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के माध्यम से विषय चुनने की आजादी विद्यार्थियों को दी गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विद्यार्थियों भारतीय भाषाओं में अनुसंधान एवं शोध के प्रति बढ़ावा देने का प्रावधान है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सबकी सहभागिता जरूरी है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा से जुड़े लोगों को इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गहन अध्ययन कर इसके क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय किया गया है। शब्दों से अर्थ और अर्थों से भाव और भावों से संरचना होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के शिक्षा के क्षेत्र में भविष्य में बेहतर परिणाम और बदलाव आएंगे। शिक्षा में पूर्णतया भारतीयता का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय द्वारा चरित्र निर्माण एवं वैदिक गणित कार्यक्रम एवं पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय का सतत संयमित उपभोग अभियान प्रशंसनीय कदम है दूसरे शिक्षण संस्थानों का इनके कदमों का अनुसरण करना चाहिए।

उन्होंने सभी शिक्षाविदों से भाव भी आमंत्रित किए और विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन को लेकर समिति गठित कर आगामी कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के नये भवन परिसर में कुलपति संग पौधारोपण किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल ने कार्यक्रम में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन को लेकर का गठन कर दिया है। इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय रोजगार परक गुणवत्तापूर्ण संस्कारी शिक्षा प्रदान करने को कृत संकल्पित है।


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