टिड्डी दल, रोगों से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग
मौजूदा खरीफ सीजन में कपास उत्पादक किसानों को फसल में रोगों से काफी नुकसान झेलना पड़ा है।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी:
मौजूदा खरीफ सीजन में कपास उत्पादक किसानों को फसल में रोगों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते कपास की फसल बर्बाद हो रही है। इसके अलावा जिले में कई स्थानों पर टिड्डी दल के कारण भी फसलों को नुकसान हुआ है। जिसके कारण किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। इसी के चलते
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने ने वीरवार को दादरी जिला उपायुक्त शिव प्रसाद शर्मा को ज्ञापन सौंपकर फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की मांग की। उल्लेखनीय है कि कपास की फसल में सफेद मक्खी, हरा तेला, झूलसा रोग इत्यादि का काफी प्रकोप देखने को मिल रहा है। कीटों व रोगों के प्रभाव से कई स्थानों पर फसल सूख चुकी है व कई स्थानों पर प्रभावित फसल बर्बाद होने की कगार पर है। जिससे हजारों रुपये खर्च कर कपास की खेती करने वाले किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। जिसको देखते हुए प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। उसी के तहत किसान संगठन भाकियू ने भी डीसी को ज्ञापन सौंपकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की।
लघु सचिवालय पहुंचे किसान
ज्ञापन देने लघु सचिवालय पहुंचे भाकियू जिला अध्यक्ष जगबीर घसौला, रामकुमार टिकाण, पूर्व जिला पार्षद सुमित, समसपुर सरपंच जगबीर, रणबीर फौजी, रवींद्र, भूपेंद्र, विनय कुमार इत्यादि ने कहा कि जिले में रोगों की चपेट में आने के कारण कपास की फसल बर्बाद हो गई है। इसके अलावा टिड्डियों ने भी फसलों को प्रभावित किया है। जिससे फसलों में करीब 90 फीसद तक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जाए। उन्होंने कहा कि अधिकतर किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवा रखा है और जो किसान बीमा नहीं करवा पाए हैं उन्हें भी सरकार द्वारा मुआवजा मुहैया करवाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा नहीं दिया जाता है तो भाकियू बड़ा आंदोलन करेगी।