कमोद में सीएसआर योजना के तहत शुरू हुआ पुस्तकालय, डीसी ने किया अवलोकन
किताबें मनुष्य की सच्ची मित्र होती हैं। पुस्तकों को पढ़कर क
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : किताबें मनुष्य की सच्ची मित्र होती हैं। पुस्तकों को पढ़कर कुछ सीखने के बाद उसे जीवन में धारण करके ही व्यक्तित्व का विकास किया जा सकता है। अच्छे साहित्य को पढ़ना मनुष्य के सर्वश्रेष्ठ गुणों में एक होता है। यह बात शुक्रवार को गांव कमोद में आइडीबीआइ बैंक की सीएसआर स्कीम के तहत शुरू की गई लाइब्रेरी का अवलोकन करने के बाद उपायुक्त शिवप्रसाद शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि पुस्तकों को पढ़कर ही आदमी को वैश्विक ज्ञान होता है। इन्हीं के सहारे वह बचपन से किशोर, युवा व वृद्धावस्था तक कुछ न कुछ सीखता रहता है और अपने व्यक्तित्व में निखार लाता है। उपायुक्त ने बताया कि वे स्वयं अपने छात्र काल में पुस्तकें पढ़ने का बड़ा शौक रखते थे। अपनी इसी आदत के बल पर वे प्रशासनिक परीक्षाओं में सफल हुए। उन्होंने कहा कि गांव कमोद के बच्चे इस पुस्तकालय में आना शुरू करेंगे तो वे भी पढ़-लिख कर उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं।
उपायुक्त ने अपनी ओर से पुस्तकालय में किताबें देने का प्रस्ताव ग्रामीणों के समक्ष रखा। उन्होंने आइडीबीआइ बैंक की ओर से भेंट की गई पुस्तकें सरपंच को प्रदान की। उपायुक्त ने ग्रामीणों को मास्क पहनने, साबुन से हाथ धोने तथा शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस मौके पर पुस्तकालय परिसर में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी ऋषि दांगी के साथ पौधारोपण भी किया। उन्होंने पुस्तकालय शुरू करवाने पर आइडीबीआइ बैंक के दादरी शाखा प्रबंधक संजय मिश्रा की सराहना की। इस कार्य में पंचायत विभाग के प्रोग्राम मैनेजर जसवीर सिंह का भी सहयोग रहा। प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें रखवाई
गांव के सरपंच सुदर्शन ने उपायुक्त को बताया कि इस लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें रखवाई गई हैं। कोई भी युवा लाइब्रेरी में आकर इन पुस्तकों का अध्ययन कर सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं की मांग पर कुछ और पुस्तकें इस पुस्तकालय में मंगवाई जाएगी। सरपंच ने गांव में जलापूर्ति की पाइप लाइन, जलघर के टैंक आदि से संबंधित समस्याएं रखीं। उपायुक्त ने इनका समाधान करवाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पंचायत विभाग से सुरेंद्र सिंह, गांव कमोद से रघुबीर सिंह, गजनूप, कपूर सिंह, सुरेंद्र, सूरजमल, मंजीत, शिवेंद्र, प्रवीण, विनोद, राजकुमार, धर्मेंद्र, रामकिशन, बलराज, राजवंती भी उपस्थित रहे।