Move to Jagran APP

मौसम से खराब हुए फसलों की हो गिरदावरी : किरण चौधरी

पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने तोशाम क्षेत्र के गांवों म

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 06:10 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 06:10 PM (IST)
मौसम से खराब हुए फसलों की हो गिरदावरी : किरण चौधरी
मौसम से खराब हुए फसलों की हो गिरदावरी : किरण चौधरी

संवाद सहयोगी, तोशाम : पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने तोशाम क्षेत्र के गांवों में मौसम के कारण खराब हुई कपास, ज्वार व मूंग की फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

loksabha election banner

किरण चौधरी ने अपने जनसंपर्क अभियान के तहत गांव पटौदी खुर्द, पटौदी कलां, भारीवास, झुल्ली, खावा, मण्ढाण, धारण, ढाणी रिवासा, निगाना कलां, निगाना खुर्द, ढाणी माहू, ढाणी भलवाना, बजीणा, कोहाड़, दिनोद आदि गांवों में सभाओं को संबोधित कर रही थी। उन्होंने इस दौरान खेतों में जाकर कम बरसात के कारण खराब हुई कपास व मूंग की फसल का जायजा भी लिया। उन्होंने तुरंत प्रभाव से उच्च अधिकारियों को सूचित करवाया और किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गए नये एमएसपी मूल्यों को नाकाफी बताया।

उन्होंने कहा कि यह किसानों के साथ मजाक है। किसानों की लागत बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पेट्रोल, डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। खाद, बीज, दवाइयां और रोजमर्रा की चीजों के दाम भी रिकार्ड है। पूर्व मंत्री किरण ने कहा कि एक ओर सरकार 2022 तक किसानों की फसलों का मूल्य दो गुना करने का वायदा करती है दूसरी ओर उसे पिछले साल सिर्फ ढाई फीसदी और इस साल घटाकर दो फीसद की रेट बढ़ोतरी कर दी गई।

इस अवसर पर हरि सिंह सांगवान, अशोक सिगला, राजेश ढाणीमाहू, कुलदीप मनसरवास,विनोद हसान, जेपी हसान,सत्यवान हसान, हरिश तोशाम, बजरंग मड्डू, मुखत्यार सांगवान,मंगल नाफरिया, विकास संडवा, धर्मबीर श्योराण, भगवानदास डेमला,अमित पंघाल, कृष्ण ख्यालिया, संदीप सरल आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.