कलियाणा हत्याकांड : तीन दिन बाद हुआ दिनेश का अंतिम संस्कार, परिजनों ने सड़क पर लेटकर जताया विरोध
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गत रविवार की रात को गांव कलियाणा में धारदार हथियार से
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गत रविवार की रात को गांव कलियाणा में धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतारे गए दिनेश का तीन दिन बाद जाकर अंतिम संस्कार हो सका। बुधवार को भी दादरी के सरकारी अस्पताल में सुबह से ही काफी संख्या में परिजन व ग्रामीण मौजूद थे। डीएसपी व अन्य पुलिस कर्मियों ने परिजनों को शव ले जाकर शांतिपूर्वक तरीके से अंतिम संस्कार करने के लिए काफी बार समझाने का प्रयास किया। लेकिन परिजन सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही शव के अंतिम संस्कार की बात पर अड़े रहे। इस दौरान सुबह करीब 11 बजे परिजनों ने डीएसपी प्रदीप कुमार से शव उन्हें सौंपने की मांग की। इसी बीच परिजनों द्वारा शव को अस्पताल से ले जाकर कहीं बीच सड़क पर रखे जाने की बातें सुनने में आने लगी। जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को भांपते हुए सीधे शव परिजनों को सौंपने के बजाय ड्यूटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त करना उचित समझा। पुलिस ने इस मामले में जिला उपायुक्त से ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने की बात कही। दोपहर करीब साढ़े 11 बजे समाज के कुछ लोग मृतक की पत्नी व अन्य परिजनों को शव लेने के लिए समझाने पहुंचे। जिसके बाद परिजन बिफर गए और उनमें से कुछ जाकर अस्तपाल के साइड में ही नेशनल हाईवे पर लेट गए। पहले से ही तैनात पुलिस कर्मियों ने कुछ पलों में ही परिजनों को हाइवे से हटा दिया। जिसके बाद स्थिति एक बार तो तनावपूर्ण बन गई थी। लेकिन बाद में पुलिस द्वारा मामले में गंभीरता से कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद कुछ परिजन शव ले जाकर शांति पूर्वक तरीके से अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गए। जिसके बाद शाम करीब साढ़े तीन बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर दादरी के तहसीलदार कंवल ¨सह सरकारी अस्पताल में पहुंचे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने अपनी मौजूदगी में दिनेश का शव परिजनों को सौंपा। डीएसपी व भारी पुलिस बल की उपस्थिति में शव को सरकारी अस्पताल से एंबुलेंस में गांव कलियाणा ले जाया गया। जहां पर खेतों में ही बुधवार शाम को दिनेश का अंतिम संस्कार किया गया। दिनेश के अंतिम संस्कार के दौरान भी काफी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के बाद पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली। घर पर तैनात होंगे दो पुलिस कर्मी
बुधवार दोपहर बाद परिजनों ने डीएसपी से मृतक दिनेश के बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी प्रबंध किए जाने की बात कही। जिसके बाद डीएसपी प्रदीप कुमार ने तुरंत दो पुलिस कर्मियों को गांव कलियाणा में मृतक दिनेश के घर पर तैनात करने के आदेश झोझू कलां चौकी इंचार्ज को दिए। यह था मामला
उल्लेखनीय है कि गत रविवार को गांव कलियाणा निवासी करीब 35 वर्षीय दिनेश की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। दिनेश की पत्नी बबली देवी ने पुलिस को बताया था कि गांव में जमीन को लेकर उनके परिवार के ही कुछ लोगों के साथ विवाद चल रहा था। रविवार को दोपहर करीब 12 बजे उक्त लोग दिनेश को घर से बुलाने के लिए आए थे। लेकिन उसके द्वारा मना करने पर दिनेश उन लोगों के साथ नहीं गया। बाद में करीब डेढ़ बजे उक्त लोगों ने दिनेश के ही एक अन्य परिचित को उसे घर से बुलाने के लिए भेजा। बबली देवी ने बताया कि उसने तब भी दिनेश को उसके साथ जाने से मना किया था। लेकिन दिनेश उसके परिचित के साथ चला गया। उसने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे दिनेश को फोन किया तो उसने उक्त लोगों के साथ होने की बात कहते हुए थोड़ी देर में घर वापिस आने को कहा।
बबली ने बताया कि उसके बाद दिनेश का फोन ही नहीं मिला। रात करीब 9 बजे उक्त लोगों में से एक ने उनके पड़ोस में ही एक दुकानदार को फोन कर दिनेश के लहुलूहान अवस्था में पहाड़ के समीप पड़ा होने की सूचना दी। दुकानदार ने तुरंत यह सूचना बबली को दी। बबली ने बताया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो वहां पर पहले से ही पुलिस व ग्रामीण आए हुए थे। बताया जा रहा है कि मृतक दिनेश के गले व सिर पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। दिनेश की एक अंगुली भी कटी हुई मिली थी। सोमवार को पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाया था। पुलिस ने इस मामले में बबली देवी के बयान के आधार पर चार लोगों पर मामला दर्ज किया था। जिनमें से पुलिस ने मंगलवार को एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया।