हक में फैसला नहीं आया तो किसान मनाएंगे काली होली
- - धरना 19 वें दिन जारी कल सर्व खाप प्रतिनिधि पहुंचेंगे धरनास्थल जागरण संवाददाता चरखी दादर
-
- धरना 19 वें दिन जारी, कल सर्व खाप प्रतिनिधि पहुंचेंगे धरनास्थल
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी:
ग्रीन कोरीडोर नेशनल हाइवे 152 डी के लिए अधिग्रहण भूमि की मुआवजा राशि मार्केट रेट के अनुसार दो करोड़ रुपये प्रति एकड़ देने की मांग को लेकर गांव रामनगर के समीप धरना दे रहे जिले के 17 गांवों के किसानों का धरना शनिवार को 19 वें दिन भी जारी रहा। सरकार ने 18 मार्च तक उनकी मांगें नहीं मानी तो किसानों ने काली होली मनाने का फैसला लिया है। सोमवार को सर्वखाप पदाधिकारी धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों को समर्थन देंगे। झज्जर जिले के गांव छारा में इसी प्रकार की मांगों को लेकर धरना चल रहा था। किसानों की मांग पूरी होने पर वहां एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। किसानों के निमंत्रण पर रामनगर धरना समिति सदस्य भी वहां पहुंचे थे। छारा से लौटने के बाद धरना संचालक विनोद मौड़ी ने कहा कि गांव छारा में आयोजित कार्यक्रम में सभी खाप पंचायतों को आमंत्रित किया गया था। छारा के किसानों ने वहां का धरना समाप्त करने की बजाए अपने धरने को रामनगर के धरने में विलय करने का एलान किया है। शनिवार को धरना स्थल पर अध्यक्ष अनूप फौगाट, संचालक विनोद मौड़ी, नरेंद्र झींझर, साहिल फौगाट, कविद्र चिडि़या, रजनीश टिकान कलां, रविद्र, राजकुमार, रामफल मकड़ानी, शिवम इत्यादि उपस्थित थे।
बाक्स:
सर्व खाप के साथ मिलकर तैयार करेंगे रणनीति
किसानों ने कहा कि सोमवार को 36 बिरादरी सर्व खाप पदाधिकारी धरनास्थल पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार 18 मार्च तक उनकी मांगे पूरी नहीं करती है तो वे सर्वखाप के साथ मिलकर बड़ी रणनीति तैयार करेंगे।
बाक्स:
उपायुक्त के साथ बैठक होगी कल
कल उपायुक्त और किसान प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता होनी है। किसान अपने सभी कानूनी दस्तावेज उपायुक्त को सौंप चुके है और अब सोमवार को उपायुक्त से होने वाली बैठक में अपने पक्ष में निर्णय सुनना चाहते है। उन्होंने मांगे पूरी करने के लिए प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए मांग पूरी न होने पर 18 मार्च को बड़ा निर्णय लेने की घोषणा की है।
बाक्स:
धरने पर पहुंचेंगे झज्जर के किसान
धरना समीति सदस्यों ने कहा कि गांव छारा के किसानों की मांगे पूरी होने पर उन्होंने अपने धरने को रामनगर धरने में विलय कर दिया है। अब वे किसान रामनगर के धरने में शामिल होकर उनकी मांगों को जोर-शोर उठाएंगे और उनकी मांगें पूरी करवाने में सहयोग करेंगे।