भूजल की स्थिति किस गांव में कैसी है पंचायतों और पटवारियों को आज देनी होगी रिपोर्ट
गहराते भूजल स्तर को लेकर गांव को अलर्ट किया गया है। इससे होने वाले खतरे को लेकर ग्राम पंचायतों राजस्व पटवारी आदि से रिपोर्ट मांगी है।
पुरुषोत्तम भोल्याण, बहल
गहराते भूजल स्तर को लेकर गांव को अलर्ट किया गया है। इससे होने वाले खतरे को लेकर ग्राम पंचायतों, राजस्व पटवारी आदि से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट जिला विकास पंचायत अधिकारी को 24 जनवरी तक देनी होगी। गहराते जल स्तर के प्रति जन जागरूकता अभियान के लिए भी जल संरक्षण पर विशेष अभियान चलाया जाए। इसके लिए गांव में मुनादी कराई जा रही है। बहल क्षेत्र में सामान्य से 95 मीटर गहराया भूजल और 29 गांव रेड जोन में शामिल किया गया है। पंचायत विभाग के मुताबिक जिले के खंड बहल के गांव में जलस्तर सामान्य से 95 मीटर तक गहरा गया है और खंड के सभी 29 गांव गिरते भूजल स्तर रेड जोन में दर्शाए गए हैं। खंड लोहारू भी रेड जोन की स्थिति में खड़ा है। जिले के बवानीखेड़ा की स्थिति संतोषजनक स्थिति में आती है। कमोबेश भिवानी खंड की स्थिति भी ठीक-ठाक कही जा सकती है। खंड बहल के चैहड़खूर्द गांव सबसे बेहद खतरनाक स्थिति में दर्शाया गया है जहां 95 मीटर गहराई तक भूजल स्तर गिर चुका है। खंड के 29 गांव रेड जोन में घोषित किए हुए हैं और यहां साढ़े 32 मीटर से 95 मीटर तक भूजल स्तर गिरा दर्शाया गया है। लोहारू के 53 गांवों में 32 से 77 मीटर गिरा भूजल स्तर लोहारू खंड के 53 गांवों में जलस्तर सामान्य से 32 मीटर से लेकर 77 मीटर तक गिरा है। यही नहीं बहल लोहारू खंड को सीमावर्ती सिवानी व कैरू खंड के गांवों के भूजल स्तर प्रभावित हुआ हैं। गांव चैहड़खुर्द में भूजल स्तर सामान्य से 95 मीटर गहराई तक पहुंच गया है। खंड में मंढ़ोलीकलां गांव का जलस्तर साढ़े 41 मीटर गहराई 29 गांव में सबसे नीचे है। खंड के सभी गांव रेड जोन में घोषित हुए हैं। खंड लोहारू के 53 गांव रेड जोन में दर्शाए गए हैं। खंड के बरालु गांव में जलस्तर 76.42 मीटर की गहराई तक गिर जाने की रिपोर्ट हाई है, तो खंड के गांव कुंडल का जलस्तर 39.55 मीटर तक गिर चुका है। खंड सिवानी जिले के खंडों में तीसरे नंबर पर जल स्तर गिराव में खड़ा दिखाई दे रहा है। खंड के 39 गांव में गरवा गांव का जलस्तर 52 मीटर की गहराई तक गिर चुका है तथा मतानी गांव का जलस्तर 32 मीटर से अधिक तक गिराव की रिपोर्ट मिली है। खंड के 7 गांव रेड जोन में आ चुके हैं। राजस्थान से सटे गांवों बहल, लोहारू, ढिगावा जैसे क्षेत्रों में भूजल लगातार रसातल में जा रहा है। इसे लेकर सरकार और प्रशासन चितित हैं और भूजल को ऊपर लाने के लिए हर संभव प्रयास करने को लेकर अपडेट ली जा रही है।