मोड़ी उपचुनाव में पूर्व सरपंच के बेटे को मिली गांव चौधर
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गांव मोड़ी के सरपंच ओमप्रकाश की 9 माह पूर्व हुई मौत के ब
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गांव मोड़ी के सरपंच ओमप्रकाश की 9 माह पूर्व हुई मौत के बाद से खाली पड़े सरपंच पद के लिए रविवार को उपचुनाव आयोजित किए गए। इस दौरान तीन अन्य प्रत्याशियों को पछाड़कर दिवंगत सरपंच ओमप्रकाश के बेटे अमरजीत ने जीत हासिल की। वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनावों में गांव मोड़ी में ओमप्रकाश को ग्रामीणों ने बहुमत देकर सरपंच बनाया था। बाद में एक हादसे के दौरान सिर में गहरी चोट लगने से ओमप्रकाश की मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। बाद में गत वर्ष एक अप्रेल को उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से गांव में सरपंच का पद खाली था। सरपंच पद खाली होने के कारण गांव के विकास कार्य भी लंबित पड़े थे। प्रदेश के कई अन्य गांवों के साथ ही दादरी जिले के गांव मोड़ी में भी सरपंच पद के लिए रविवार को उप चुनाव होने घोषित किए गए थे।
----------
4 प्रत्याशी थे मैदान में
सरपंच पद के लिए उपचुनाव की दौड़ में इस बार 4 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इनमें पूर्व सरपंच ओमप्रकाश का पुत्र अमरजीत, संजय फौगाट, विनोद कुमार व रमेश शामिल थे।
------
4 बूथों पर हुआ मतदान
चुनाव के लिए गांव मोड़ी स्थित शहीद राजबीर ¨सह वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चार बूथों पर मतदान करवाए गए। इस दौरान भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा।
---------
होती रही हलकी झड़प
मतदाताओं को अपनी तरफ लुभाने व फर्जी वो¨टग करवाने के नाम पर कई बार प्रत्याशियों के समर्थकों में हलकी झड़प भी होती रही। हालांकि पुलिसबल व मौजिज ग्रामीणों के मौके पर मौजूद होने के कारण स्थिति बिगड़ने या चुनाव प्रक्रिया रूकने की नौबत नहीं आई।
-------
ग्रामीणों में दिखा जोश
गांव का मुखिया बनाने के लिए ग्रामीणों में भी खासा उत्साह दिखाई दिया। सुबह 7 बजे शुरू हुए मतदान में लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। 97 वर्षीय शांति देवी व जीवन का शतक पार कर चुकी लक्ष्मी देवी भी अपने परिजनों के साथ वोट डालने पहुंची। वोट डालने के बाद उन्होंने ग्रामीणों को मतदान के लिए प्रेरित किया।
----------
धारा 144 रही लागू
उपचुनाव के दौरान जिलाधीश विजय कुमार सिदप्पा के आदेशों पर गांव मोड़ी में मतदान केंद्र के आसपास हथियार लेकर चलने व पांच से अधिक लोगों के एक स्थान पर एकत्रित होने पर रोक लगाते हुए मतदान केन्द्रों की 200 मीटर परिधि में अपराध प्रकिया संहिता 1973 की धारा 144 लागू की गई थी।
---------
385 मतों से दर्ज की जीत
पूर्व सरपंच ओमप्रकाश के पुत्र अमरजीत ने अपने प्रतिद्वंदी विनोद कुमार को 385 मतों से हराकर जीत दर्ज की। उपचुनाव के दौरान कुल 2340 मतों में से 1855 लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था। इनमें अमरजीत को 919, विनोद को 534, संजय को 402 मत मिले। चौथे प्रत्याशी रमेश कुमार ने मतदान शुरू होने से पूर्व ही अपना समर्थन एक प्रत्याशी को दे दिया था। तहसीलदार व चुनाव के डयूटी मजिस्ट्रेट नवनीत कुमार ने अमरजीत को विजयी घोषित किया।
---------
पिता के अधूरे कार्य करेंगे पूरा
सरपंच पद के चुनाव में जीत हासिल करने वाले अमरजीत ने कहा कि ग्रामीणों ने पहले उनके पिता व अब उन पर विश्वास जताया है। असमय मौत होने के कारण उनके पिता ग्राम विकास के जो कार्य अधूरे छोड़ गए थे। उन्हें वे पूरा करवाएंगे तथा ग्रामीणों का विश्वास बनाए रखेंगे।
------
समर्थकों ने निकाला जुलूस
मतदान के बाद अमरजीत के विजयी घोषित होते हुए उसके समर्थकों ने ढोल बजाकर व एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनानी शुरू कर दी। बाद में मतदान केंद्र से लेकर अमरजीत के घर तक विजयी जुलूस भी निकाला गया।