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एसटीपी टैंक ओवरफ्लो होने से सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न, समसपुर के किसानों में भारी रोष

दादरी के दिल्ली रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के टैं

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 06:28 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:28 AM (IST)
एसटीपी टैंक ओवरफ्लो होने से सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न, समसपुर के किसानों में भारी रोष
एसटीपी टैंक ओवरफ्लो होने से सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न, समसपुर के किसानों में भारी रोष

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी के दिल्ली रोड पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक ओवरफ्लो होने से गांव समसपुर सहित आसपास के सैकड़ों एकड़ खेतों में पानी जमा हो गया। जिससे गांव समसपुर व अन्य गांवों के किसानों की बाजरा व कपास की फसल खराब हो गई। पिछले करीब 15 दिनों से एसटीपी के टैंकों से पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में जमा हो रहा है। जिला प्रशासन को सूचित करने के बाद अभी तक समस्या का समाधान तो दूर कोई भी अधिकारी स्थिति का मुआयना करने तक नहीं गया। जिससे किसानों में रोष है। बुधवार को गांव समसपुर के दर्जनों किसान खेतों में इकट्ठा हुए और प्रशासन व सरकार के खिलाफ रोष जताया। किसानों ने जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी करवाकर खराब हुई फसलों का उचित मुआवजा देने की मांग की है। गांव समसपुर के सरपंच जगबीर व अन्य किसानों ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव समसपुर के समीप बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में दादरी शहर का दूषित पानी डाला जाता है। लेकिन इस बार बारिश ज्यादा होने के कारण शहर के बरसाती पानी को भी एसटीपी में डाला गया। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण एसटीपी के रिजर्व टैंक ओवरफ्लो हो गए तथा काफी मात्रा में पानी उनके खेतों में जमा हो गया। किसानों ने बताया कि पिछले करीब दो सप्ताह से पानी जमा रहने के कारण उनके खेतों में खड़ी बाजरा व कपास की फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी है। जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों से टैंक ओवरफ्लो होने से उनकी फसलें जलमग्न होने के कारण खराब हो रही है। ऐसे में सरकार को इस समस्या का स्थाई समाधान करते हुए जल्द से जल्द गिरदावरी करवाकर उन्हें प्रति एकड़ 30 हजार रुपये मुआवजा दिया जाए।

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धान न लगाने का लिया था फैसला

गांव समसपुर के सरंपच जगबीर ने बताया कि सरकार के निर्देशों की पालना करते हुए ग्राम पंचायत ने बीती एक जनवरी को पंचायत आयोजित कर गांव में धान नहीं लगाने का फैसला लिया था। जबकि इससे पहले तक गांव में धान की खेती की जाती थी। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा सरकार की अपील को स्वीकार करते हुए यह निर्णय लिया गया था। लेकिन अब उनकी फसलें खराब होने पर सरकार को भी जल्द से जल्द मुआवजा देना चाहिए। कुछ किसानों ने बताया कि पिछले सीजन में जलजमाव के कारण नष्ट हुई गेहूं की फसलों का भी उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला। जबकि उन्होंने फसलों का बीमा भी करवा रखा था। सरपंच जगबीर ने बताया कि इस समस्या को लेकर दो दिन पहले वे जिला उपायुक्त से भी मिले थे। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाक्स :

ये भी थे उपस्थित

इस दौरान रोष जताने वालों में अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव करण सिंह, सुरेंद्र नंबरदार, देवेंद्र नंबरदार, ओमप्रकाश नंबरदार, मांगे राम, महावीर पंच, वेदपाल पंच, अरूण, सोमबीर, सुनील, कुलबीर, राजेश, प्रवीन, राजेश कुमार, बृजेश, सुरेंद्र, भूपेंद्र, चेता खातीवास आदि उपस्थित थे।


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