दिनभर चली गर्म हवाओं ने किया परेशान
नौतपा के पांचवें दिन शनिवार को दिनभर गर्म हवाएं चलती रही तथ
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : नौतपा के पांचवें दिन शनिवार को दिनभर गर्म हवाएं चलती रही तथा गर्मी की अधिकता से लोगों की परेशानियां बढ़ी रही। हालांकि शाम छह बजे के बाद धूल भरी तेज हवाएं चलने से गर्मी से मामूली राहत मिली। लेकिन भारी उमस के चलते दिक्कतें बनी रही। पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 44 व न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम के जानकारों का कहना है नौतपा के कारण अगले चार दिनों तक तापमान बढ़ने, गर्मी का प्रकोप बने रहने का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद मौसम में बदलाव आना शुरू होगा। इस दौरान तापमान में एक से दो डिग्री तक की ओर बढ़ोतरी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि इस बार मई के तीसरे सप्ताह तक पिछले सालों की अपेक्षा गर्मी काफी कम पड़ रही थी। महीने के आखिरी सप्ताह में ही तापमान में बढ़ोतरी होने तथा अधिक गर्मी पड़ने का सिलसिला शुरू हुआ है। शनिवार को सुबह से दोपहर 11 बजे तक दादरी नगर के बाजारों, मंडियों व सार्वजनिक स्थानों पर खासी चहल पहल नजर आई। हालांकि लॉकडाउन के चलते 12 बजे तक ही दवाइयों, डेयरी उत्पादन, कृषि सामान इत्यादि की दुकानों को छोड़कर एक साइड के आधे बाजारों के खुलने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन गर्मी की प्रचंडता के कारण बाजार बंद होने के एक घंटे पहले ही नाममात्र के खरीदार दिखाई देने लगे थे। शीतल पेयजल पदार्थों की मांग बढ़ी
गर्मी बढ़ने के साथ ही दादरी नगर के बाजारों में शीतल जल पदार्थों, कोल्ड ड्रिक्स, फलों के जूस, लस्सी, मैंगो शेक, मिल्क शेक, गन्ने के जूस इत्यादि की मांग बढ़ी दिखाई देने लगी है। इसके अलावा शनिवार सुबह आइसक्रीम, कुल्फा इत्यादि की स्टालों पर खासी भीड़ नजर आई। बाजारों में काफी कम समय के लिए दुकानें खुलने, स्टालें लगने के कारण अधिकतर लोग अपने घरों में आइसक्रीम, कुल्फा इत्यादि पैक करवाकर ले जाते दिखाई दिए। पेयजल संकट बढ़ा
पिछले चार-पांच दिनों से गर्मी बढ़ने के साथ ही दादरी नगर की विभिन्न घनी जनसंख्या वाली कालोनियों, मुहल्लों में एक बार पुन: पेयजल संकट दिखाई देने लगा है। हालांकि स्वाभाविक रूप से गर्मी बढ़ने के कारण पानी की जरूरत बढ़ जाती है लेकिन कई कालोनियों में तो पर्याप्त मात्रा में पेयजल भी मुहैया नहीं हो पा रहा है। ऐसे में लोग मजबूरी में महंगे दामों पर कैंपर, टैंकर खरीदने को मजबूर हैं। इसके अलावा कई कालोनियों में दूषित पेयजल आपूर्ति की समस्या पहले की तरह बदस्तूर जारी है।