होम आइसोलेट संक्रमितों को मिल रही ऑक्सीमीटर किट में नहीं मिल रहा पूरा सामान
सरकार कहती है कि घर पर आइसोलेटिड प्रत्येक कोरोना संक्रमित को एक कोरोना किट भेजी जा रही है। इसमें ऑक्सीमीटर थर्मामीटर स्टीमर दवाएं मास्क व सैनिटाइजर होता है। इनकी सहायता से संक्रमित मरीज खुद ही कोरोना को हरा देता है। लेकिन लोहारू क्षेत्र में हकीकत इसके उल्टा हैं।
संवाद सहयोगी, लोहारू : सरकार कहती है कि घर पर आइसोलेटिड प्रत्येक कोरोना संक्रमित को एक कोरोना किट भेजी जा रही है। इसमें ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, स्टीमर, दवाएं, मास्क व सैनिटाइजर होता है। इनकी सहायता से संक्रमित मरीज खुद ही कोरोना को हरा देता है। लेकिन लोहारू क्षेत्र में हकीकत इसके उल्टा हैं। तहकीकात में सीएचससी के खुद फार्मेसी अफसर ने कहा कि सरकार ने अब तक लोहारू सीएचसी में ऐसी केवल सौ किट ही भेजी हैं। इन्हें लोहारू, ढिगावा, नकीपुर, सोहांसड़ा आदि के स्वास्थ्य केंद्रों में बीस-बीस भेज दिया गया। जो बहुत ही जरूरतमंद मरीज थे, उनके घर पर ये किटें दे गई।
अब केवल दवाएं, मास्क व सैनिटाइजर की किट ही दी जाती है।
दैनिक जागरण ने शनिवार को पांच होम आइसोलेटिड संक्रमितों से बातचीत की। इन पांचों को ही किट में केवल मास्क व कुछ दवाएं ही मिली थी। ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल जांचने के लिए उन्हें ऑक्सीमीटर तथा तापमान के लिए थर्मामीटर नहीं मिला। गत दिनों इस बारे में गोलमाल की शिकायत मिलने पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भी इस बारे में सख्त रुख अपनाया था। डीसी भिवानी ने भी सभी नोडल अधिकारियों से इस बारे में संपूर्ण जानकारी देने शनिवार को देने के पत्र जारी किए थे कि ऑक्सीमीटर किट किन-किन मरीजों को दी गई है, उनके नाम-पते के साथ संपूर्ण जानकारी लिखित में दी जाए।
इधर इस बारे में लोहारू सीएचसी के मुख्य फार्मेसी अधिकारी जय सिंह सैनी ने बताया कि सरकार ने सभी को किट देने के आदेश तो दे दिए। लेकिन सीएचसी में तो ऑक्सीमीटर वाली केवल एक सौ किट आई थी। इन्हें उन्होंने ढिगावा, नकीपुर, सोहांसड़ा आदि सेंटरों पर 20-20 भेज दी थी। जिन्हें बहुत ही जरूरत थी, उन्हीं होम आइसोलेटिड संक्रमितों को ये किट दी गई हैं। बाकियों को केवल मास्क, दवाएं व सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं। अब आगे से सरकार खुद ही होम आइसोलेटिड संक्रमितों को सीधे किट भेजेगी।