Move to Jagran APP

कितलाना टोल पर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियों का किया दहन

होली का त्यौहार किसानों ने तीन कृषि कानूनों की प्रतियां दहन कर मनाया। कितलाना टोल पर किसानों ने इन कानूनों को अपने लिए डेथ वारंट बताया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Mar 2021 06:22 AM (IST)Updated: Mon, 29 Mar 2021 06:22 AM (IST)
कितलाना टोल पर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियों का किया दहन
कितलाना टोल पर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियों का किया दहन

जागरण संवाददाता,भिवानी : होली का त्यौहार किसानों ने तीन कृषि कानूनों की प्रतियां दहन कर मनाया। कितलाना टोल पर किसानों ने इन कानूनों को अपने लिए डेथ वारंट बताया। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही। किसानों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष जताया और काली होली मनाने का निर्णय लिया।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत में देश के अन्नदाता ने किसी भी नागरिक को फल, दूध, अनाज व सब्जियों की कमी महसूस नहीं होने दी। यहां तक की गिरती हुई अर्थव्यवस्था को भी किसानों ने ही संभाला। उसका सिला किसानों को इन तीन काले कानूनों के साथ पराली जलाने पर एक करोड़ जुर्माना और पांच साल की सजा के रूप में मिला। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात तो 75 बार कह चुके हैं पर किसानों की बात सुनने को राजी नहीं है। इस आंदोलन के दौरान 300 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं पर उनके मुंह से संवेदना का एक शब्द तक नहीं निकला है।

उन्होंने कहा कि ये तीनों कानून ना केवल सरकारी मंडियों को खत्म कर देंगे साथ में एमएसपी भी नहीं बचेगी इससे किसान तो बर्बाद होंगे ही आढ़ती भी नहीं बचेंगे। गरीबों के लिए बेहद जरूरी सार्वजनिक वितरण प्रणाली बंद हो जाएगी जिससे उन्हें सस्ता अनाज व दालें नहीं मिलेंगी। असीमित भंडारण से महंगाई सिर चढ़कर बोलेगी और गरीब को निवाला मिलना मुश्किल हो जाएगा। कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग में भी बड़ा खतरा है, बड़ी कंपनियों का सामना करना साधारण किसान के बूते से बाहर है।

इस अवसर पर खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप 19 के प्रधान बलवन्त नंबरदार, मास्टर रघुबीर श्योराण, रामोतार बलियाली, रत्तन जिदल, करतार सिंह गिल, सुभाष यादव, दिलबाग ढुल, मन्नी डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलन में इतनी शहादत होने के बावजूद चुप्पी साधे हुए है जो समझ से परे है। धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान, बाबा सदानंद सरस्वती, रोशनी सहरावत, सुरजभान सांगवान, राजू मान, कमल प्रधान, धर्मपाल महराणा, सुरेश फौगाट, रमेश कोच, शमशेर फौगाट, रामानंद धानक, सुखदेव पालवास, नरेश शर्मा, बलबीर बजाड़, दिलबाग ग्रेवाल, सज्जन मैनेजर, कप्तान रामफल, पोपी कालुवाला, रामोतार शर्मा, प्रोफेसर राजेंद्र डोहकी,


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.