नहर टूटने से 30 एकड़ गेहूं और सरसों की फसल डूबी
संवाद सूत्र, ढिगावामंडी : क्षेत्र के गांव बुढेड़ा व चैहड़ के खेतों में नहर टूटने से खेत मे
संवाद सूत्र, ढिगावामंडी : क्षेत्र के गांव बुढेड़ा व चैहड़ के खेतों में नहर टूटने से खेत में बने मकान और 30 एकड़ गेहूं व सरसों की फसल डूब गई। इस कारण किसानों को लाखों का नुकसान हो गया है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को बुढेडा गांव के किसान पृथ्वी के खेत के पास से पानी के बहाव से नहर टूटने के कारण 30 एकड़ में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल में पानी भर गया और फसल खराब हो गई। ग्रामीणों के अनुसार बुधवार सुबह लगभग पांच बजे नहर टूट गई और पानी खेतों में बहने लगा। किसानों ने ¨सचाई विभाग को उसी समय सूचना दे दी थी। मगर वभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सात घंटे तक कोई सुध नहीं ली। दोपहर दो बजे नहर के बहते पानी को जोहड़ में डाला गया। अगर नहर को सुबह ही पाट दिया जाता या फिर जोहड में डाल देते तो किसानों को लाखों रुपये का नुकसान नहीं होता। गांव चैहड के किसान हजारी, बुढेडा के पृथ्वी ¨सह, राजेन्द्र, राजेश, सुनीता, सुमित्रा, विजय और प्रदीप सहित अनेक किसानों की जमीन में खड़ी फसल पानी में डूब गई। साथ लगती जमीन में नहरी पानी जमा होने के कारण 7 एकड़ का सैकड़ों मण पशु चारा भी खराब हो गया है। किसानों ने नहर टूटने से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की।
कृषि विभाग के सहायक टेक्नीशियन अधिकारी विजय भुंगला ने बताया कि प्रथम दृष्टि से शत प्रतिशत नुकसान नजर आता है।
इस अवसर पर जगदीश चंद्र तहसीलदार लोहारू ने बताया कि किसानों को काफी नुकसान हुआ है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के रुकने के बाद ही पता चलेगा। इस मौके पर हवा¨सह पटवारी, कूलदीप जेई नहर विभाग सहित अनेक अधिकारी व ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और नहर के किनारों की मरम्मत करने में जुटे रहे।