प्रेमनगर में मेडिकल कॉलेज होता तो इलाज के लिए पड़ोसी जिले में जाना नहीं पड़ता : फौजी
पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने कहा कि अगर प्रेमनगर में मेडिकल कॉलेज बन गया होता तो आज जिले के लोगों को इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज हिसार व रोहतक पीजीआइ में धक्के नहीं खाने पड़ते।
संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने कहा कि अगर प्रेमनगर में मेडिकल कॉलेज बन गया होता तो आज जिले के लोगों को इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज, हिसार व रोहतक पीजीआइ में धक्के नहीं खाने पड़ते। मेडिकल कॉलेज बनाने को लेकर सरकार की मंशा सही नहीं है। फौजी ने कहा कि कोरोना महामारी में प्रदेश सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। न तो कोई टेस्टिग की व्यवस्था है, न ही वेंटिलेटर की सुविधाएं मिल रही है। दवाइयों की भी व्यवस्था नहीं है। वे वीरवार को कस्बा बवानीखेड़ा में लोगों में फल, मास्क व सैनिटाइजर वितरित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस बीमारी की वजह से लोगों में भय का माहौल बना है। साथ ही ब्लैक फंगस आने से लोगों को ओर ज्यादा भयभीत कर दिया। उन्होंने लोगों से घरों में ही रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महामारी फैली हुई है। जनप्रतिनिधि के गांव में लोग बीमारी से पीड़ित है, लेकिन जनप्रतिनिधि ने बीमारी फैलने से लेकर आजतक किसी भी व्यक्ति या पीड़ित के पास फोन करके हालचाल नहीं जाना है। उन्होंने कहा कि उनके घर के दरवाजे हमेशा जनता के लिए खुले है। किसी भी व्यक्ति को उनकी कहीं पर जरूरत हो तो वे सूचना दे, तत्काल उनके पास पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए कस्बे में 50 बिस्तर का अस्पताल बनवाया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया है। चिकित्सकों के अनेक पद है, लेकिन उन चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है।
इस मौके पर नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन सुभाष, वाइस चेयरमैन महाबीर अत्री, युवा प्रधान कृष्ण, जयपाल जांगड़ा बीडीसी, लख्मी फौजी, ओमबीर भाकर, चंद्रभान मुंढाड़ा, लीला ठेकेदार, विजय शर्मा, टेकचंद शर्मा, मड्डू गुर्जर, सुभाष पेंटर, मंगतू नम्बरदार, सुशील बाल्मिकी, विनोद मास्टर, बनवारी नायक आदि मौजूद थे।