फुटबाल का हब अलखुरा का खेल मैदान दो माह से बरसाती पानी से है लबालब
फुटबाल का हब कहे जाने वाले गांव अलखपुरा में खेल का एक मैदान पिछले दो माह से बरसाती पानी से लबालब है। हालत यह है कि इस मैदान में पिछले करीब दो माह से डेढ़ फुट तक बरसाती पानी जमा है।
संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा: फुटबाल का हब कहे जाने वाले गांव अलखपुरा में खेल का एक मैदान पिछले दो माह से बरसाती पानी से लबालब है। हालत यह है कि इस मैदान में पिछले करीब दो माह से डेढ़ फुट तक बरसाती पानी जमा है। इन हालात में यहां की बेटियों व बेटों को फुटबॉल का अभ्यास करने में काफी दिक्कत महसूस हो रही है। हालांकि कोरोना काल के चलते खिलाड़ियों को मैदान पर रोस्टर के हिसाब से बुलाया जा रहा है। प्रत्येक रोस्टर में 15-15 खिलाड़ी खेलने के लिए बुलाए जा रहे हैं। दिन में खिलाड़ियों को अलग-अलग समय के दौरान छह बार बुलाया जाता है। कोच सोनिका बिजराणिया के मार्ग दर्शन में यहां की बेटियां फुटबाल के गुर लंबे समय से सीख रही हैं।
ध्यान रहे की गांव अलखपुरा की बेटियां फुटबॉल के क्षेत्र में नई बुलंदियों को छू रही हैं। यहां की 10 बेटियां तो फुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं। कोरोना काल से पहले यहां के मैदान पर रोजाना 300 बेटियां फुटबॉल का अभ्यास करती थीं, लेकिन अब करीब 100 बेटियों को ही बारी-बारी खेल के मैदान पर अभ्यास करवाया जाता है। अलखपुरा की बेटियों ने फुटबॉल में गांव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने का कार्य किया है। यहां की बेटियों का फुटबॉल में डंका बज रहा है। बिना अलखपुरा की बेटियों के कोई भी स्कूली व राष्ट्रीय स्तर की महिला फुटबॉल टीम अधूरी ही मानी जाती है।
बेटियों के साथ-साथ यहां पर अब बेटे भी फुटबॉल में किस्मत अजमा रहे हैं। यहां पर बेटियों व बेटों को खेलने के लिए अलग-अलग मैदानों की व्यवस्था है। गांव के सरकारी स्कूल के नजदीक स्थित चार एकड़ में फैले मैदान में इन दिनों डेढ़ फुट पानी जमा है। यह मैदान लड़कों के अभ्यास के लिए है। लेकिन मैदान में पानी जमा होने के चलते लड़कों को अभ्यास में काफी दिक्कत महसूस हो रही है। मैदान में पानी जमा होने के चलते लड़कियों के मैदान में ही बारी-बारी लड़कों को भी अलग से फुटबॉल के अभ्यास के लिए बुलाया जा रहा है।
इस बारे में अलखपुरा फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सुरेश जाखड़ ने कहा कि खेल के मैदान में पानी जमा होने के चलते लड़कों के अभ्यास में दिक्कत महसूस हो रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से शीघ्र ही मैदान में जमा पानी की निकासी की मांग की है।