डीएपी के दाम बढ़ने से बिफरे किसानों ने दी चेतावनी
जागरण संवाददाता भिवानी एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। वहीं दूसरी अ
जागरण संवाददाता, भिवानी: एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। वहीं दूसरी ओर केंद्र व हरियाणा की सरकार किसानों का शोषण करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही। एक के बाद एक झटका देने पर आमादा है। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि किसान-मजदूर बेहद परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रहे किसानों पर सरकार ने डीएपी के दाम एक बार में चार सौ रुपये प्रति बैग बढ़ाकर एक और वार किया है जो असहनीय है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ये तो बताए कि यह कौन सा फार्मूला है जिससे किसानों की आय दोगुनी होगी। हमारा ये मानना है कि लागत दोहरी अवश्य हो गई है। उन्होंने कहा कि खाद महंगा होने के कारण किसानों और मजदूरों पर दोहरी मार पड़ेगी। इससे महंगाई बढ़ेगी, जिसका असर सभी वर्गों पर पड़ना स्वाभाविक है।
धरने के 120वें दिन सांगवान खाप 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, धर्मबीर समसपुर, रणधीर कुंगड़, बलबीर बजाड़, सज्जन कुमार सिगला, सुभाष यादव, बीरमति डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते बिना पूरा उपचार मिले मरने वालों की मौत के लिए प्रधानमंत्री पूरी तरह जिम्मेदार हैं। हालात ये हैं कि आज मरीज बिना ऑक्सीजन के तड़प-तड़प कर जान दे रहे हैं। धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद सांगवान, सूरजभान सांगवान, दिलबाग ढुल, कमल प्रधान, धमेंद्र छपार, जागेराम डीपीई, प्रोफेसर जगमिद्र सांगवान, कप्तान रामफल, ओम प्रजापति भगत सिंह छपार, जुगतिराम सारंगपुर, मास्टर बलवीर झरवाई, पवन ठेकेदार, सरदार सिंह, शमशेर सांगवान, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सूबेदार सत्यवीर सिंह इत्यादि मौजूद थे।