बाजरा खरीद को लेकर किसान धरने पर बैठे, छह घंटे बाद शुरू हुआ खरीद कार्य
संवाद सूत्र ढिगावा मंडी पहले तो किसान बाजरा खरीद का मैसेज नहीं आने से परेशान रहे। इ
संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी :
पहले तो किसान बाजरा खरीद का मैसेज नहीं आने से परेशान रहे। इसके बाद जब मोबाइल पर मैसेज आया तो यह आया कि दो क्विंटल तक बाजरे की ही खरीद की जाएगी। अव्यवस्था से नाराज होकर किसान सुबह 11:00 बजे मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान धरने पर बैठ गए।
अप्रिय घटना से बचने के लिए वहां भारी पुलिस बल को तैनात किया गया।करीब 6 घंटे बाद किसानों को मनाया गया और उनके बाजरे की खरीद शुरू हुई।
मंगलवार सुबह करीब 8 बजे अनाज मंडी के सामने मार्केट कमेटी के दफ्तर के सामने गांव कुड़ल के किसानों का बाजरे से ट्रैक्टरों का भर कर आना शुरू हुआ। ढिगावा मंडी के गांव कुड़ल और कुड़ल बास का शेड्यूल था। शेड्यूल के अनुसार बड़ी संख्या में किसान अपना बाजरा बेचने के लिए अनाज मंडी पहुंचे। मार्केट कमेटी प्रशासन ने किसानों से कहा कि जिस के फोन में मैसेज आए हैं उसी का गेट पास काटा जाएगा।
किसानों में सोमवार रात को 12:00 बजे से 2:00 बजे तक मार्केट कमेटी के मैसेज आए। सैकड़ों किसानों के फोन में सत्यापित न होने, खरीद 1 या 2 क्विंटल सत्यापित होने और बहुत से किसानों के फोन में मैसेज ही नहीं आए। जिन किसानों ने अपना फसल पंजीकरण मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाया था और जिनका 20 क्विंटल या उससे अधिक बाजरा खरीद के लिए अप्रूव हुआ उसके बाद भी किसानों के फोन में एक या दो क्विंटल के मैसेज भेज करके किसानों को नई परेशानी में डा दिया। इन गांव के किसानों और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने तुरंत प्रभाव से भारतीय किसान यूनियन से संपर्क किया। बाजरे से लदे ट्रैक्टरों की लगीं लाइनें
किसानों के ट्रैक्टर बाजरे के साथ लंबी कतारों में खड़े रहे, किसान धरने पर बैठे गए। मंडी के सामने जाम की स्थिति बन गई। भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि वर्तमान सरकार बार-बार किसान को अपमानित करने में लगी हुई है। रातों-रात नए नियम बनाकर किसान को परेशान करने का काम किया जाता है। किसान ने पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा लिया तो उसके बावजूद फोन में मैसेज का क्या औचित्य रह गया। मार्केट कमेटी प्रशासन को फिर 12:30 बजे तक का अल्टीमेटम दिया कि 12:30 बजे तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ और उनकी बाजरा खरीद शुरू नहीं की गई तो किसान भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में कड़ा फैसला लेंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी मार्केट कमेटी लोहारू की होगी। मार्केट कमेटी लोहारू के सचिव ने किसानों को समझाया
बढ़ते दबाव को देखकर मार्केट कमेटी लोहारू के सचिव अमित रोहिल्ला किसानों के बीच पहुंचे। किसानों का धैर्य जवाब दे गया और जमकर हंगामा हुआ। सचिव अमित रोहिल्ला को बताया गया कि सुबह से सैकड़ों की संख्या में किसान अपना बाजरा लेकर गेटपास के इंतजार में बैठे। लेकिन गलत मैसेज आने की बात कहकर मार्केट कमेटी के कर्मचारी गेट पास जारी नहीं कर रहे हैं। सचिव अमित रोहिल्ला ने कहा कि जितने का मैसेज आया है उतने का गेट पास जारी किया जाएगा। इस पर किसान भड़क गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि अधिकारियों से बात की है कल पुन: बोली लगवाई जाएगी। जो गलती होगी उसे ठीक कर दिया जाएगा।
कल भाकियू लेगी आगामी फैसला भारतीय किसान यूनियन बाजरे की खरीद कार्य से संतुष्ट नहीं हुई और तीन अक्टूबर को पंचायत बुला कर आगामी फैसला लेगी। किसान नेताओं ने कहा कि दो अक्टूबर को भारतीय किसान यूनियन बाजरा खरीद में मची है अव्यवस्था और कपास के लिए सभी मडिया खोलने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त से भी मिलेगी। 3 अक्टूबर को भारतीय किसान यूनियन जिला स्तरीय किसान पंचायत में आर-पार के आंदोलन का एलान करेगी।
इस अवसर पर जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवंत खरखड़ी, कुलदीप, मातुराम, धर्मेन्द्र, अशोक कुड़ल , महावीर सहारण, रामकुमार सांगवान, हवा सिंह बड़डू,अशोक अमीरवास,सुरेश कुमार सहित अनेक ग्रामीण और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मौजूद थे।