किसानों ने धरना स्थल का बदला स्वरूप, गर्मी से बचने को लगाए बांस और जाली
जागरण संवाददाता भिवानी बढ़ती गर्मी से बचाव के लिए कितलाना टोल पर किसानों ने टेंट को हट
जागरण संवाददाता, भिवानी : बढ़ती गर्मी से बचाव के लिए कितलाना टोल पर किसानों ने टेंट को हटाकर बांस और जाली लगाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है। किसानों ने धरने पर 3500 स्क्वायर फीट एरिया में बांस लगाकर उसके ऊपर जाली लगाई है। यह सब लगाने का काम किसान और मजदूर खुद कर रहे हैं। किसानों का कहना है चाहे जैसा मौसम हो या सरकार जितनी मर्जी ताकत लगा ले लेकिन हम तीनों कानून रद होने तक वापस नहीं हटेंगे।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि किसान बॉर्डर और टोलों पर लंबे समय से शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं। इस बीच 300 से अधिक किसान दिवंगत हो चुके हैं पर सरकार जान कर अनजान बनी हुई है। सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है। अभी सरकार का ध्यान किसानों के बजाय पांच राज्यों के चुनावों पर है।
कितलाना टोल पर धरने के 99वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप 19 के प्रवक्ता शमशेर फौगाट, मास्टर राजसिंह जताई, दिलबाग ढुल, मंगल सुई, रतन्नी देवी, लक्ष्मी डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश पर एफसीआइ को बचाने के लिए पांच मार्च को भिवानी और दादरी में एफसीआइ के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा। उन्होंने किसान नेता रवि आजाद की गिरफ्तारी की निदा करते हुए कहा कि सरकार किसान नेताओं को बेवजह गिरफ्तार कर प्रताड़ित कर रही है जो असहनीय है। धरने का मंच संचालन दिलबाग ग्रेवाल ने किया। इस अवसर पर सूरजभान सांगवान, राजकुमार हड़ौदी, राजू मान, मुकेश पहाड़ी, दर्शना, राकेश चांदवास, राजबाला, रिकू, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, जागेराम डीपीई, रत्तन बोहरा, महाबीर धानक, जगदीश हुई, देशराम भांडवा, कर्ण सिंह, होशियार सिंह रिटायर्ड कमिश्नर, अजीत सिंह सांगवान, रत्तन सिंह बडेसरा, मीरसिंह नीमड़ीवाली, सब्बीर हुसैन, सत्यवान कालुवाला इत्यादि मौजूद थे।