दादरी में 4 घंटे तक धरना दिया किसान संगठनों ने, केंद्र की नीतियों को बताया किसान विरोधी
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा कृषि व किसान विरोध
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा कृषि व किसान विरोधी तीन कानूनों के खिलाफ वीरवार को पूरे देश में चार घंटे के धरना प्रदर्शन दिया गया। इसी के अंतर्गत जिला दादरी में भी अखिल भारतीय किसान सभा ने प्रात: 11 बजे से सांय 3 बजे तक धरना दिया। इसकी अध्यक्षता किसान सभा जिलाध्यक्ष रणधीर कुंगड़ ने की और संचालन नरेंद्र फौगाट झींझर ने किया।
धरने पर पहुंची आशा वर्कर राज्य उपप्रधान कमलेश व सीआइटीयू नेता जयभगवान रावलधी तथा सुरेंद्र आदमपुर ने समर्थन दिया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन किसान विरोधी कानून खेती व किसानी को बर्बाद कर देंगे। एक और तो भाजपा सरकार किसानों को बहलाने व झांसा देने के लिए उनकी आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने की बात कह रही है जबकि हकीकत यह है कि इन कानूनों से किसान पूरी तरह से उजड़ जाएंगे। वर्ष 2020 बिजली बिल जनता को बर्बाद करने वाला है। इससे बिजली महंगी व आम उपभोक्ता की पहुंच से बाहर हो जाएगी। किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी। ट्यूबवेल की सब्सिडी खत्म हो जाएगी। श्रम कानूनों में बदलाव कर युवा पीढ़ी व मजदूरों का शोषण करने का रास्ता बनाया जा रहा है। ये कानून बड़े पूंजीपतियों के हक में है।
नरेंद्र फौगाट ने बताया कि 26 नवंबर को पूरे देश में बंद का आह्वान व 27 को दिल्ली का घेराव होगा। इस दौरान धर्मबीर खेड़ीबूरा, राजपाल चरखी, जयसिंह समसपुर, सूरजभान झींझर, सोनू व राजेंद्र टिकान ने भी विचार रखे।