मांगों को लेकर किसान-मजदूरों ने किया प्रदर्शन
सीटू व किसान सभा के आह्वान पर किसान मजदूर एकजुटता दिवस के मौके पर जिले के किसान-मजदूरों ने बीर सिंह पार्क में एकत्रित होकर उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, भिवानी: सीटू व किसान सभा के आह्वान पर किसान मजदूर एकजुटता दिवस के मौके पर जिले के किसान-मजदूरों ने बीर सिंह पार्क में एकत्रित होकर उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। किसान मजदूर एकजुटता दिवस की संयुक्त अध्यक्षता किसान सभा नेता मा. शेर सिंह, सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह ने की।
किसान सभा राज्य उपाध्यक्ष कामरेड इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय किसान सभा, मजदूरों का संगठन सीटू, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन तीनों संगठनों के आह्वान पर देश भर में 40वां किसान मजदूर एकजुटता दिवस मना रहे है। सीआइटीयू अपने स्थापना के साथ ही मजदूर किसान एकता के बुनियादी नारे को उठाती रही है। इस दिन 19 जनवरी 1982 की देशव्यापी हड़ताल की गई थी जिसमें तामिलनाडु में 10 से अधिक किसान-मजदूर, खेतीहर मजदूर दिवंगत हुए थे। तब से ही पूरे देश में किसान मजदूर एकजुटता दिवस मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने वादों से मुकर रही हैं, अभी तक ना ही एमएसपी के गठन के लिए कमेटी बनाई गई है ओर न ही मुकदमे वापिस लिए गए हैं। न ही दिवंगत किसानों को मुआवजा जारी किया गया हैं। इसके खिलाफ देश के स्तर संयुक्त किसान मोर्चा 31 जनवरी को देश भर में विरोध दिवस मनाएगा। इस मौके पर किसान सभा नेता कामरेड ओमप्रकाश, सूबेदार धनपत बहल, छोटूराम पूनिया कैरू, कप्तान शीशराम लोहारू, रामौतार बलियाली बवानी खेडा, प्रताप सिंहमार, ओमप्रकाश सैनी, सीटू जिला सचिव अनिल कुमार, सुखदेव पालवास, धर्मबीर बामला, सुमेर धारनी, भीम सिंह, मनरेगा नेता उपासना, कृष्ण, नरेश शर्मा, जनवादी महिला समिति नेता अनुराधा आदि मौजूद थे। यह है प्रमुख मांगे।
-जनवरी प्रथम सप्ताह में आई बारिश से बर्बाद हुई फसलों के नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएं
- जलभराव के कारण खाली रही कृषि भूमि की स्पेशल गिरदावरी करवा किसानों को मुआवजा दिया जाए
- कपास, मूंग, बाजरे (वर्ष 2021) व अन्य फसलों में बारिश व गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान का मुआवजा जल्द वितरित किया जाए
- बिना देरी किये बिजली के बकाया ट्यूबवेल कनेक्शन जल्द दिए जाएं
- बेसहारा पशुओं से छुटकारा दिलाया जाए व पशु मेले खोले जाएं
- वृद्धावस्था पेंशन पर लगाई गई आय की सीमा समेत सभी शर्तें हटाई जाएं ,काटी गई पेंशन बहाल की जाए
- मनरेगा के तहत सभी मजदूरों को 200 दिन काम व 600 रुपये दिहाड़ी दो
- मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड निरस्त करो।