सरसों खरीद प्रक्रिया की रिकार्ड में एंट्री न होने से किसान परेशान
बाढड़ा उपमंडल के अनाज खरीद केंद्रों में 21 व 22 मई को बेची गई स
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : बाढड़ा उपमंडल के अनाज खरीद केंद्रों में 21 व 22 मई को बेची गई सरसों की खरीद की रिकार्ड में एंट्री न होने से किसानों व आढ़तियों का करोड़ों रुपयों का भुगतान अटक गया है। उनके द्वारा मंडियों व अस्थाई खरीद केन्द्रों में रखी सरसों के भंडारण की कोई व्यवस्था नहीं हो रही है। लगातार दो दिन तक खरीद कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट न भेजने के कारण यह मामला बढ़ता जा रहा है। खरीद एजेंसियां राज्य मुख्यालय से संपर्क कर समस्या के समाधान के प्रयास में है। कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में किसानों की रबी सीजन की गेहूं सरसों खरीद करने के लिए प्रदेश सरकार ने पहली बार बड़े शहरों की बजाए ग्रामीण स्तर पर अस्थायी खरीद केंद्र संचालित किए। शारीरिक दूरी के नियम को अपनाते हुए शिक्षा व लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी देकर खरीद शुरु करवाई। लेकिन लेबर, बारदाना व फिर जीएसटी के भुगतान को लेकर खरीद प्रक्रिया अटकी रही। इसी दौरान खरीद एजेंसियों ने प्रतिदिन घोषित होने वाली किसानों की खरीद चयनित सूची में 21 व 22 मई को अलग अलग गांवों के किसानों को ऑनलाइन तरीके से सूचित कर उनकी सरसों को बाढड़ा, हड़ौदी, बेरला, कादमा में मंगवा कर प्रक्रिया पूरी की। लेकिन राज्य मुख्यालय ने इन दोनों तिथियों को खरीद कार्य न दर्शाने से इन दिनों में बेची गई सरसों अब मंडियों में रखी हुई है। किसानों को अब भुगतान के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। आढ़तियों पर परेशान करने का आरोप
गांव कारीमोद के पूर्व सरपंच गिरधारी मोद, संदीप श्योराण इत्यादि ने बताया कि उन्होंने मोबाइल व चयनित सूची में अपना नाम देखने के बाद ही मंडियों में सरसों का मापतौल करवा कर मुख्य द्वार पर गेट पास कर उतारने जैसी सभी प्रक्रियाएं पूरी की। लेकिन अब आढ़ती उन दो दिनों की खरीद न होने का बहाना बनाकर परेशान कर रहे हैं और उनको भुगतान तो दूर अब अपनी सरसों वापस कहां से लेनी है यह भी कोई जानकारी नहीं दे रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से उनकी समस्या का समाधान कर उनके खातों में भुगतान करने की मांग की। उठान न होने से परेशानियां
बाढड़ा आढ़ती एसोसिएशन अध्यक्ष हनुमान शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष रामकिशन फौजी, मंजीत नांधा, नवीन चांदवास इत्यादि ने बताया कि 21 व 22 मई की सरसों को खरीद एजेंसियों ने स्वयं मैसेज कर मंगवाया और सारी प्रक्रिया पूरी कर दी गई। लेकिन अब उन दो दिनों की सरसों का उठान ही नहीं किया गया है। इससे भुगतान भी नहीं हो पाया और किसान बार-बार चक्कर लगाने को विवश हैं। वे इस समस्या को लेकर हैफेड के डीएम, वेयर हाउसों व मार्केट कमेटी के वरिष्ठ अधिकारियों से बार बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा व महासचिव हरपाल भांडवा ने कहा कि वे बुधवार को एसडीएम से मिलेंगे और समाधान करवाने की अपील करेंगे।