पीटीआइ शिक्षकों के समर्थन में उतरे किसान संगठन, सेवा बहाली की मांग
सेवामुक्त पीटीआइ शिक्षको का धरना सोमवार को भी जारी रहा।
फोटो : 7 सीडीआर 17 जेपीजी में है।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सेवामुक्त पीटीआइ शिक्षकों का धरना दादरी के कोर्ट काम्पलेक्स में 85वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान सज्जन कुमार की अध्यक्षता में अनिता, बबीता, धर्मेन्द्र व रणबीर पीटीआइ ने क्रमिक अनशन किया। इस दौरान किसान यूनियन से रणबीर फौजी ने धरने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान यूनियन के सदस्य सेवामुक्त पीटीआइ शिक्षकों की सेवाएं दोबारा बहाल करने की मांग कर रहे हैं। यूनियन की तरफ से बार-बार सरकार को पीटीआइ को रोजगार देने की अपील की जा रही है। लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही। जिससे किसान यूनियन में भी रोष बढ़ रहा है। रणबीर फौजी ने कहा कि पीटीआइ शिक्षकों की दोबारा सेवा बहाल करवाने को लेकर किसान यूनियन हर संघर्ष को
तैयार है। अखिल भारतीय किसान सभा के जिले के सभी पदाधिकारियों की तरफ से रणधीर सिंह कुंगड़ ने भी धरने को समर्थन दिया। बाढ़डा हलके के पूर्व विधायक रणबीर सिंह मंदौला भी कार्यकर्ताओं सहित धरना स्थल पर पहुंचे और अपने विचार रखे। धरनारत पीटीआइ शिक्षकों ने सरकार पर स्वयं के अलावा किसानों के साथ भी ज्यादती के आरोप लगाए और किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर सीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा। इस मौके पर मा. रामरत्न घसौला, थानेदार
कर्ण सिंह, कप्तान सुलतान सिंह, सुखबीर फौगाट, सोनू टिकान कलां,
सुरेन्द्र सिंह मोठसरा, सत्यवीर सरोहा, सुरता राम, जगबीर सिंह, दलबीर सिंह, मोहर सिंह, राजकुमार घिकाड़ा, सुरेश घसौला, अशोक मंदौला, राजकुमार बडेसरा, सुरेन्द्र, सतीश, मांगेराम निमली, संजय मानकावास, उमेश भागवी भी
उपस्थित रहे।