ट्रैक्टर मार्च में तीन कृषि कानूनों पर जताया विरोध
दादरी खाप श्योराण की अगुवाई में सोमवार को क्षेत्र के किसान संगठनों के आह्वान पर करीब 12 हजार पंजीकृत ट्रैक्टरों के साथ किसानों ने तीनों बिलों के विरोध में जमकर नारेबाजी की। किसानों ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा। किसानों ने 26 जनवरी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में दिल्ली पहुंचने का संकल्प लिया।
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : खाप श्योराण की अगुवाई में सोमवार को क्षेत्र के किसान संगठनों के आह्वान पर करीब 12 हजार पंजीकृत ट्रैक्टरों के साथ किसानों ने तीनों बिलों के विरोध में जमकर नारेबाजी की। किसानों ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा। किसानों ने 26 जनवरी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में दिल्ली पहुंचने का संकल्प लिया।
कस्बे के मुख्य क्रांतिकारी चौक पर आयोजित ट्रैक्टर मार्च को संबोधित करते हुए खाप श्योराण पच्चीस के अध्यक्ष बिजेन्द्र बेरला ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा लिए गए निर्णय के तहत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में प्रदर्शन करने से पहले आज यह मार्च किया गया। इसी कड़ी में सभी गांवों के किसानों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर साबित कर दिया कि देश का गरीब किसान इन तीनों कानूनों को किसी सूरत में लागू नहीं होने देगा।
ये रहे मौजूद
ट्रैक्टर मार्च में पूर्व विधायक नृपेन्द्र मांढी, किसान संघर्ष समिति संयोजक कमलसिंह मांढी, भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा, महासचिव हरपाल भांडवा, इनेलो जिलाध्यक्ष विजय पंचगावां, मंच संचालक विद्यानंद हंसावास, शहीद भगतसिंह के पौत्र यादवेंद्र संधु, नरसिंह डीपी, राजू मान, सीताराम शर्मा काकड़ौली, सज्जन सिंह डांडमा, मीरसिंह जेवली, कमल प्रधान भिवानी, किसान सभा अध्यक्ष रघबीर श्योराण, कप्तान भीम सिंह द्वारका, नंबरदार एसोसिएशन जिलाध्यक्ष राजबीर हंसावास, हलकाध्यक्ष देवीलाल सैन, संदीप चेयरमैन, लोकगायक राकेश चांदवास, हर्ष छिक्कारा, बलबीर ग्रेवाल, विनोद मांढी, चेयरमैन जगतसिंह, प्रदीप बाढड़ा, सरपंच सुरेश धनासरी, रामसिंह गोपी, गुणपाल जेवली, राजकुमार जेवली, सुनील बिद्राबन, महेन्द्र शर्मा बाढड़ा, रविद्र गोपी, ओमप्रकाश पंचगावां, दिलबाग सिंह, आशीष डालावास, जयबीर काकड़ौली, धोलिया मांढी, प्रताप हंसावास इत्यादि मौजूद रहे।
किसानों की फरियाद सुने राष्ट्रपति
किसान संगठनों ने एसडीएम शंभू राठी के माध्यम से भेजे ज्ञापन में कहा कि इन कानूनों के विरुद्ध पिछले 54 दिन से लाखों किसान कड़कड़ाती ठंड में दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। वभिन्न टोलों व जगहों पर हजारों किसान अनिश्चितकालीन धरनारत हैं। ज्ञापन में राष्ट्रपति से गुहार लगाते हुए किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया बेहद उदासीन है। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि न रुकेंगे न झुकेंगे। 26 जनवरी को दिल्ली में किसान परेड करेंगे।