इलाज के लिए भटक रहे पूर्व सैनिक, 15 दिन बाद मिलती हैं दवाईयां
जागरण संवाददाता भिवानी इलाज के नाम पर पूर्व सैनिकों को दिनभर भटकना पड़ता है। इन्हें न
जागरण संवाददाता, भिवानी :
इलाज के नाम पर पूर्व सैनिकों को दिनभर भटकना पड़ता है। इन्हें न तो समय पर चिकित्सकों की सेवाएं मिल रही हैं और न ही दवाईयां। दवाइयों के लिए 10 से 15 दिन बाद आने की बात कहकर टाल दिया जाता है। ऐसे में पूर्व सैनिकों को का दर्द और बढ़ जाता है।
विजय नगर स्थित ईसीएचएस अस्पताल पूर्व सैनिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं व इलाज के लिए बनाया गया है। यहां आए गांव बड़दू चैना निवासी सुनील कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी शीलवती के गले में तकलीफ है। उपचार के लिए ईसीएचएस अस्पताल में आए थे। यहां पर ईएनटी विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। भिवानी के अन्य अस्पतालों में ईएनटी विशेषज्ञ होते हुए भी हिसार रेफर कर रहे हैं। यहां पर दवाईयां भी समय पर नहीं मिलती।
कलिगा निवासी पुष्पा देवी ने बताया कि उसके पति का ऑपरेशन हुआ था। उसके पति की चलने-फिरने की हालत नहीं है। वह दवाई लेने के लिए आई थी, लेकिन हर बार मरीज को साथ लाने की कहते हैं और दवाईयां भी समय पर नहीं देते।
संगीता ने बताया कि वह अपनी मां गांव कलिगा निवासी अंगूरी को उपचार के लिए लेकर ईसीएचएस अस्पताल में आई थी। सुबह करीब 9 बजे अस्पताल में पहुंच गई थी। लेकिन दोपहर 2 बजे तक दवाई नहीं मिली। जब भी आते हैं उन्हें आधी ही दवाई मिल पाती है। शेष दवाईयां बाजार से खरीदनी पड़ती हैं।
अटेला निवासी ने बताया कि वह अपनी मां कमला को ईसीएचएस अस्पताल में दवाई दिलाने आया था। उन्हें यहां पर दवाईयां नहीं मिली। जब वे मेडिसन स्टोर पर गए तो 10 से 15 दिन बाद आने की बात कही है। मरीज को आज दवाईयों की जरूरत है और 10-15 दिन बाद मिलेंगी तो उपचार कैसे होगा।
गांव नांगल निवासी भीष्म ने बताया कि यहां उन्हें समय पर दवाई नहीं मिलती। दवाईयों के लिए बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं। 15 से 20 दिन बाद दवाई लेने आने के बात कहते हैं।
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पहले दवाईयों की कमी थी। अब दवाईयां खरीदी जा रही है। सभी मरीजों को जल्द से जल्द दवाईयां मुहैया करवाई जाएंगी।
रिटायर्ड कर्नल महेंद्र सिंह, ओआइसी
ईसीएचएस, भिवानी।