केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर कर्मचारी व किसान संगठनों ने किया रोष प्रदर्शन
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर किसान नेता कमल सिंह मां
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर किसान नेता कमल सिंह मांढ़ी के नेतृत्व में कई कर्मचारी, किसान संगठनों ने रोष प्रदर्शन कर दादरी के तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने वाले सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा, आशा वर्कर्स राज्य उपप्रधान कमलेश, इंटक नेता राजेश रावलधी ने केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारी विरोधी श्रम कानूनों में किए गए बदलाव व किसान विरोधी विधेयक निरस्त करने की मांग की।
उन्होंने सेवामुक्त किए गए 1983 पीटीआइ को दोबारा बहाल करने, 11 हजार स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों की सेवा का विस्तार करने, सेवा सुरक्षा की गारंटी देने, समान काम समान वेतन देने, 1240 आइटीआइ चतुर्थ श्रेणी कच्चे कर्मचारियों को न हटाए जाने, प्रदेश में 10 साल से सेवा दे रहे कम्प्यूटर आपरेटर को नौकरी से न निकालने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। कर्मचारी संगठनों ने प्रदेश उप मुख्यमंत्री द्वारा पेयजल योजनाओं को पंचायतों को देने वाले बयान की निदा भी की। सभी ने 25 सितंबर को किसानों द्वारा प्रस्तावित बंद को सफल बनाने का भरोसा दिया। वक्ताओं ने कहा कि उसी दिन पीटीआइ द्वारा दादरी में उपमुख्यमंत्री के आगमन पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में सर्व कर्मचारी संघ ने सफल बनाने का आह्वान किया। किसान सभा जिला प्रधान रणधीर कुंगड़, भवन निर्माण जिला प्रधान सुशील ने कहा कि निर्माण मजदूरों का जो सुविधाएं मिलनी चाहिएं थी वे नहीं मिल रही। सरकार ने उनके पंजीकरण बंद कर दिए हैं। उस पर कई प्रकार की शर्तें थोंप दी गई है। उन्होंने इन शर्तो को तुरंत हटाने की मांग करते हुए मजदूरों को मिलने वाली सुविधाएं देने की अपील की।
इस दौरान प्रदर्शन में अध्यापक संघ नेता कृष्ण कुमार फौगाट, हेमसा जिला प्रधान विजय लांबा, पीडब्ल्यू मेकेनिकल जिला प्रधान सुभाष फौजी, रोडवेज नेता कृष्ण ऊण, सेवामुक्त पीटीआइ संघ जिला प्रधान सज्जन कुमार, ब्लाक प्रधान प्रेम कुमारी, प्रेमपति, रोशनी, राकेश, सुमन, कविता, बबीता, जगवीर तक्षक, सत्यवीर सरोहा, सुरताराम, रमेश मौड़ी, मनीराम भी शामिल रहे।