बिजली चोरी पकड़ने गई टीम पर हमला बोला, मुकदमा दर्ज
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गांव सौंप में बिजली चोरी पकड़ने गई निगम की टीम पर ग्रामीण
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
गांव सौंप में बिजली चोरी पकड़ने गई निगम की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर घायल कर दिया। झगड़े के दौरान एक कर्मचारी की सोने की चेन भी गायब हो गई। पुलिस ने निगम जेई की शिकायत पर दो युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए है। शुक्रवार को बिजली निगम के सांजरवास सब डिविजन से एक टीम गांव सौंप में जेई महेंद्र ¨सह व संजीव विज अपनी टीम के साथ बिजली चोरी पकड़ने गए थे। जांच के दौरान टीम ने दो मकानों में मेन लाइन में कुंडी कनेक्शन पकड़ लिए। टीम कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बिजली चोरी की वीडियोग्राफी करनी शुरू कर दी। इस पर दोनों मकान मालिक बिल्लू व संजय भड़क गए तथा कुछ महिलाओं को साथ लेकर उन पर हमला कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने एएलएम विजय व प्रदीप के मोबाइल फोन भी छीनकर तोड़ दिए। उन्होंने दोनों जेई के साथ भी गाली-गलौज करते हुए हाथापाई शुरू कर दी। इस दौरान टीम में शामिल अधिकारियों-कर्मचारियों ने गाड़ी लेकर वहां से भागने का प्रयास किया तो उत्तेजित लोगों ने उन पर पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें कर्मचारी सुख¨वद्र को चोटें लगी वहीं विजय की सोने की चेन भी झगड़े के दौरान गायब हो गई। बाद में अन्य मौजिज ग्रामीणों द्वारा बीच-बचाव करने पर निगम कर्मचारी किसी तरह बचकर वहां से निकले तथा घायल कर्मचारी को उपचार के लिए दादरी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने इस संबंध में जेई की शिकायत पर आरोपी बिल्लू व संजय के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए है।
बढ़ रही मारपीट की घटनाएं
दादरी जिले में इस वर्ष की शुरूआत से ही काफी हद तक बढ़ चुके लाइन लास को रोकने के लिए बिजली निगम की टीमें लगातार शहर व गांवों में दबिश देकर बिजली चोरों पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। जिसके चलते अभी तक करोड़ों रुपये की बिजली चोरी के मामले पकड़े जा चुके है। शहर में जहां बिजली टीमों को कार्य करने में कोई खास परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता वहीं गांवों में निगम अधिकारियों के साथ मारपीट की एक दर्जन से अधिक घटनाएं घटित हो चुकी है। चिड़िया मोड़ स्थित आरओ प्लांट व गांव इमलोटा में कुछ दिन पूर्व ही टीमों को मारपीट का शिकार होना पड़ा था। ऐसे में कर्मचारियों में भी असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है।