बिजली निगम ने उपभोक्ता को थमाया डेढ़ माह का 73 लाख रुपये बिल
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने दादरी निवासी एक उपभोक्ता
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने दादरी निवासी एक उपभोक्ता को लाखों रुपये का देनदार बना दिया। जबकि उपभोक्ता द्वारा इतनी बिजली की खपत भी नहीं की गई। बिजली निगम ने दादरी निवासी एक वर्कशॉप मालिक को डेढ़ माह का करीब 73 लाख रुपये का बिल थमा दिया। इतनी राशि के बिल को देखकर उपभोक्ता काफी हैरान है।
दादरी के लोहारू रोड स्थित महेंद्रा फर्स्ट च्वाइस के संचालक श्रीलाल ने बताया कि एक माह पूर्व बिजली निगम के कर्मचारियों ने उसे करीब 11 हजार रुपये का बिजली बिल दिया था। जिसमें 1197 यूनिट की खपत दिखाई गई थी। इसके बाद जब उसके पिता विरेंद्र बिल जमा करवाने निगम कार्यालय पहुंचे तो कर्मचारियों ने उन्हें डेढ़ माह का करीब 73 लाख का बिल सौंप दिया। जिसमें साढ़े नौ लाख से अधिक बिजली की यूनिट दर्शाई गई हैं। इस बिल को देखकर उनके होश उड़ गए। विरेंद्र कुमार ने बताया कि उनके बेटे श्रीलाल के नाम से उन्होंने वर्कशाप में मीटर लगवाया हुआ है। वे समय पर अपना बिजली का बिल भरते रहते है, लेकिन बिजली निगम ने उसे मार्च व अप्रैल माह का 73 लाख 38 हजार 469 रुपये का बिल दे दिया है।
उपभोक्ता का कहना है कि इस संबंध में जिस भी कर्मचारी की लापरवाही है, उस पर विभागीय कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। जिससे भविष्य में किसी भी उपभोक्ता को मानसिक परेशानी का सामना न करना पड़े। उनका कहना है कि वे बिल को दुरूस्त करवाने को लेकर तीन-चार बिजली निगम कार्यालय के चक्कर लगा चुके है। जब मौखिक रूप से बिजली निगम के संबंधित कर्मचारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा है कि यह बिल भरना पड़ेगा, जबकि उसके मीटर में रीडिग भी सही हैं। कई बार चक्कर लगाने के बाद बिजली निगम के अधिकारियों ने उसे शीघ्र बिल दुरूस्त करवाने का आश्वासन दिया है लेकिन आज तक उन्हें दुरूस्त किया गया बिल नहीं मिल सका है। विरेंद्र कुमार ने बताया कि वर्तमान में भी उनके मीटर में 44 हजार यूनिट दिखाई जा रही है जबकि भेजे गए बिल में साढ़े नौ लाख यूनिट की खपत दिखाई है। सामने नहीं आई कोई शिकायत : एसडीओ
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम दादरी के एसडीओ प्रदीप ने बताया कि उनके सामने इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। यदि बिजली बिल में खामियों की शिकायत मिलती है तो वे उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करवाएंगे। बिजली उपभोक्ताओं को निगम की तरफ से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।