सभी के सहयोग से 10 दिन में जिला को कोरोना मुक्त करने का प्रयास:डीसी
जागरण संवाददाता भिवानी उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने कहा कि प्रशासन का ये प्रयास रहेगा कि अ
जागरण संवाददाता, भिवानी: उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने कहा कि प्रशासन का ये प्रयास रहेगा कि आमजन, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं एवं दानवीरों के सहयोग से जिला को आगामी 10 दिनों में कोरोना मुक्त करने का प्रयास होगा। इसके लिए सभी संस्थाएं, दानवीर व आमजन प्रशासन का भरपूर सहयोग दे रहे हैं।
उपायुक्त आर्य रविवार को कैंप ऑफिस में डाइनेक्स एक्सप्लोसिव के प्रबंधक सतबीर सिंह चेयरमैन के छोटे भाई कुलदीप चौधरी से कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज में सहायक उपकरण प्राप्त करने के उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। कुलदीप व अनुराग चौधरी ने कोरोना संक्रमण की इस संकट की घड़ी में चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, छह आक्सीजन सिलेंडर, सात ऑक्सीजन रेगूलेटर तथा नौ ऑक्सीमीटर उपायुक्त आर्य को भेंट किए। उन्होंने उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य और सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत से अनुरोध किया कि बुसान तथा संडवा की पीएचसी में ऑक्सीजन की पाइप लाइन की फीटिग का अस्टीमेट तैयार करवाएं। इसका खर्च डाइनेक्स एक्सप्लोसिव द्वारा वहन किया जाएगा। उपायुक्त आर्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण की संकट की इस घड़ी में उन्होंने एक बैठक बुलाकर सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं तथा दानवीरों से सहयोग की अपील कि थी।
उन्होंने बताया कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए रविवार तक एक लाख 80 हजार से अधिक लोगों का कोरोना बचाव के लिए वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिले में गठित 284 टीमों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर सैंपलिग, स्क्रीनिग व टेस्टिग की जा रही है। खांसी, जुकाम, बुखार आदि हलके लक्षण पाए जाने पर भी दवाई दी जा रही है और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर होम आइसोलेट किया जा रहा है। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत, डा. राकेश खटक, फार्मासिस्ट मंजीत, अनुरोग चौधरी बुसान, प्रदीप कुमार बुसान, नफे सिंह संडवा, सुखबीर संडवा, विक्रम बुसान, श्रीनिवास शर्मा, कार्तिक सिंह बुसान आदि मौजूद थे।
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ब्लैक फंगस के लिए बना कंट्रोल रूम
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस को सरकार द्वारा महामारी घोषित करने पर उन्होंने सिविल अस्पताल में जिला का कंट्रोल रूम बनाया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के सचिव राजीव प्रसाद को इस कंट्रोल रूम का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके अतिरिक्त इसके लिए चार चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। । ब्लक फंगस के इलाज की दवाइयों की कोई कमी नहीं है।