रोडवेज हड़ताल के दौरान टिकट वितरण में 31 हजार की राशि का नहीं हुआ मिलान
जागरण संवाददाता, भिवानी: हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान की गड़बड़ी अ
जागरण संवाददाता, भिवानी: हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान की गड़बड़ी अब भी सामने आ रही हैं। ताजा मामला भिवानी डिपो का है। डिपो की बु¨कग ब्रांच में रोडवेज की हड़ताल के दौरान अस्थायी तौर पर बसों का संचालन करने के लिए किए गए टिकट वितरण में अब 31 हजार रुपये की राशि का मिलान नहीं हो रहा है। हालांकि रोडवेज विभाग के अधिकारी किसी तरह के गोलमाल की बात को सिरे से नकार रहे हैं। मगर 31 हजार रुपये की टिकटों का मिलान नहीं होने से विभागीय कर्मचारियों में भी हडकंप मचा हुआ है।
बु¨कग ब्रांच के इंचार्ज ने उच्चाधिकारियों पर उसे प्रताड़ित किए जाने एवं चार्जशीट किए जाने की धमकी दिए जाने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं वहीं रोडवेज विभाग के अधिकारियों ने इस तरह के आरोपों को सिरे से नकाराते हुए जल्द राशि का मिलान किए जाने की बातें कहीं है।
भिवानी डिपो की बु¨कग ब्रांच के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुरेन्द्र ने बताया कि 20 अक्टूबर को वह ड्यूटी पर था, जबकि 21 अक्टूबर को बु¨कग ब्रांच में आरएसओ ने टिकटों का वितरण किया था। हड़ताल खत्म होने के बाद वह वापस ड्यूटी पर आया तो मखनलाल द्वारा करीबन 31 हजार रुपये की वितरित की गई टिकटों का कोई भी रिकार्ड मौजूद नहीं मिला। सुरेन्द्र का यह भी आरोप है कि आरएसओ उसे चार्जशीट करवाने की धमकी दे रहे हैं। मुझे मानसिक रूप से किया जा रहा है परेशान: सुरेन्द्र मुझे मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। आरएसओ द्वारा वितरित की गई टिकटों में 31 हजार की टिकटों का मिलान नहीं हो पा रहा है और ना ही वितरण सम्बंधी कोई रिकार्ड मिला है। ब्रांच इंचार्ज होने के नाते उसे टिकटों का पूरा हिसाब किताब रखना जरूरी है, मगर उसे ही चार्जशीट किए जाने की धमकियां दी जा रही हैं, जिस वजह से वह काफी तनाव में है।
सुरेन्द्र, उपनिरीक्षक होमगार्ड के जवानों से लिया जा रहा है टिकटों का हिसाब: मखनलाल टिकट वितरण में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं हुई है। हड़ताल के दौरान परिचालक के तौर पर होमगार्ड के जवानों ने काम किया था। फिलहाल उनसे टिकटों का मिलान किया जा रहा है। ब्रांच इंचार्ज द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।
मखनलाल, आरएसओ
दोनों पक्षों से इस बारे में बात की जाएगी। कहां पर लापरवाही रही है इसका पता किया जाएगा। इसके बाद जो सच सामने आएगा उसके आधार पर नियमानुसार अगल कदम उठाया जाएगा।
भरत ¨सह परमार, ट्रैफिक मैनेजर
भिवानी डिपो।