जिले में गहराया पेयजल संकट, जनस्वास्थ्य विभाग, प्रशासन उदासीन : आनन्द
जिले में लगातार गहराते जा रहे पेयजल संकट व इससे जुड़ी आमज
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में लगातार गहराते जा रहे पेयजल संकट व इससे जुड़ी आमजन की परेशानियों को लेकर इनेलो ने सरकार, प्रशासन, जन स्वास्थ्य विभाग की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इनेलो के प्रांतीय सचिव आनन्द सिंह श्योराण ने शनिवार को यहां जारी अपने एक बयान में कहा कि दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पिछले दो-तीन माह से तो पेयजल की जरूरत को लेकर हालात बेहद विकट बने हुए हैं। दादरी शहर की अधिकतर कालोनियों में तीन दिनों में केवल एक बार पानी की सप्लाई छोड़ी जाती है। वह भी नाकाफी होती है। ऐसे में शहर के लोग महंगे दाम चुकाकर कैंपर व टेंकराो से अपनी पानी संबंधी जरूरतें पूरी करने को मजबूर हैं। इसी प्रकार शहर की बाहरी बस्तियों में महिलाएं दिनभर आसपास व दूर दराज से पानी ढोती देखी जा सकती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कमोबेश हालात शहर की तरह ही बने हुए हैं।
आनंद श्योराण ने कहा कि दादरी जिले में शायद ही कोई ऐसा गांव हो जहां के लोग पेयजल संकट से न जूझ रहे हों। पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता को पूरा करना किसी भी सरकार की नैतिक, प्रशासनिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। कम से कम दादरी जिले के मामले में सरकार अपने उत्तरदायित्व से पलायन करती दिखाई देती है। इसके अलावा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दूषित पेयजल आपूर्ति बदस्तूर जारी है। इस बारे में बार-बार शिकायतें करने, धरना देने, ज्ञापन देने पर भी जनस्वास्थ्य विभाग, प्रशासन का रवैया उदासीन बना दिखाई देता है। इन सारे हालातों को देखकर इनेलो कार्यकर्ता मौन नहीं रह सकते। अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।