बिजली कनेक्शन नहीं, पहाड़ी माता मंदिर में नहीं पहुंच रहा पानी, श्रद्धालु परेशान
संवाद सूत्र ढिगावा मंडी बिजली कनेक्शन न होने के कारण पहाड़ी माता मंदिर पहाड़ पर पीने
संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी : बिजली कनेक्शन न होने के कारण पहाड़ी माता मंदिर पहाड़ पर पीने का पानी नहीं पहुंच पा रहा है। यहां पर 45 धर्मशाला, पांच बड़ी पानी की टंकी, आधा दर्जन पीने के पानी की प्याऊ बनी हैं। पीने का पानी नहीं होने से श्रद्धालु परेशान हैं। बिजली निगम के पास बजट नहीं है, अधिकारियों ने कहा है जल्द टेंडर छोड़ा जाएगा। महज 40 से 45 हजार रुपये का बजट ना होने के कारण करीब 25 लाख रुपए से बना पानी का टैंक खराब हो रहा है।
हर साल करीब 5 से 6 लाख श्रद्धालु माता के मंदिर में माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं। देश भर से मुख्यमंत्री, मंत्री, एमएलए, सांसद भी पहाड़ी माता मंदिर पहाड़ी पहुंचते हैं। क्षेत्र के निकटवर्ती गांव पहाड़ी के पहाड़ पर करीब 850 वर्ष पुराना पहाड़ी माता मंदिर है। बताया जा रहा है कि मंदिर का जिस तरह से निर्माण हो रहा है। पहाड़ी माता मंदिर में हरियाणा, राजस्थान, यूपी, पंजाब, दिल्ली, सिलीगुड़ी, गुवाहाटी, आसाम, सिक्किम तक के श्रद्धालुओं की पहाड़ी मता मंदिर से आस्था जुड़ी हुई है। वर्ष में दो बार लगने वाले मेले में करीब पांच से छह लाख श्रद्धालु माता के दरबार में माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं। पिछले दो साल से पहाड़ी माता मंदिर के पहाड़ पर बनी करीब 45 धर्मशाला, 8 पानी के प्याऊ, छह पानी की बड़ी टंकियों में पीने का पानी भी नहीं है। करीब दो साल पहले पानी की कमी को देखते हुए और ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए एक पानी का टैंक का निर्माण 25 लाख रुपए की लागत से करवाया गया था। पानी के टैंक की क्षमता करीब एक लाख लीटर पानी की है। पानी के टैंक का निर्माण हुए एक साल से ज्यादा का समय हो गया हैं लेकिन फिर भी पहाड़ पर बनी धर्मशालाओं, पानी की टंकियों में पानी नहीं पहुंच पा रहा। कारण यह है कि पानी को पहाड़ पर करीब 500 से 600 मीटर ऊपर ले जाना पड़ेगा, उसके लिए पानी की मोटर की आवश्यकता होगी उसके लिए बिजली का कनेक्शन जरूरी है। पब्लिक हेल्थ के एसडीओ चनन से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बजट ना होने के कारण बिजली कनेक्शन लेने में देरी हो रही है, हमने बिजली निगम के एसडीओ से भी बात की थी हमने उन्हें कहा था कि आप बिजली कनेक्शन कर दीजिए जो भी चार्ज होंगे वह बिजली बिल के साथ भर दिए जाएंगे। इस बारे में बिजली निगम के एसडीओ नारायण प्रकाश से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बजट नहीं है जल्द ही टेंडर छोड़ा जाएगा।