धरनारत पीटीआइ -जेजेपी नेता के बीच हुई नोंक झोंक
बीते डेढ़ माह से भी अधिक समय से दादरी लघु सचिवालय में धरना दे रहे पीटीआई और जेजेपी के बाढड़ा हलकाध्यक्ष के बीच नोंकझोंक हो गई।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी:
बीते डेढ़ माह से भी अधिक समय से दादरी लघु सचिवालय में धरनारत सेवामुक्त पीटीआइ और जेजेपी के बाढड़ा हलकाध्यक्ष के बीच मंगलवार को जमकर नोंक झोंक हुई। दोपहर एक बजे से पहले दादरी के लघु सचिवालय परिसर में मामला इस कदर बढ़ गया कि स्थानीय पुलिस को मौके पर आकर हस्तक्षेप करना पड़ा।
घटना के दौरान धरनारत महिला पीटीआइ ने जेजेपी हलकाध्यक्ष विजय मंदौला के खिलाफ अभद्रता के आरोप लगाए हैं। दूसरी ओर जेजेपी नेता ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए मामले को बेवजह बढ़ाने की बात कही है। एक महिला पीटीआइ ने बाढड़ा विधायक नैना चौटाला को पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया व दादरी सिटी थाना प्रभारी तेलू राम को शिकायत दी है। वहीं धरनारत पीटीआइ ने रोष प्रदर्शन कर सेवा बहाली की मांग को लेकर सीएम के नाम जिला उपायुक्त शिव प्रसाद शर्मा को ज्ञापन सौंपा। उल्लेखनीय है कि सेवा बहाली की मांग को लेकर पीटीआइ बीते 51 दिनों से दादरी लघु सचिवालय परिसर में धरना दे रहे हैं। मंगलवार को बाढड़ा विधायक नैना चौटाला को लघु सचिवालय में आयोजित परिवार पहचान पत्र वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचना था। धरनारत पीटीआइ को जब इस बात की जानकारी मिली तो वे काली पट्टियां, थाली आदि लेकर उनके खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर धरनास्थल पर जमा हो गए। उसी दौरान विधायक से पहले बाढड़ा जेजेपी के हलका अध्यक्ष वहां पहुंचे और किसी बात को लेकर उनकी धरनारत पीटीआइ के बीच कहासुनी हो गई। मामले को बढ़ता देख वहां पुलिस कर्मियों ने पहुंचकर दोनों पक्षों में बीच-बचाव किया। वहीं तनाव बढ़ता देख नैना चौटाला भी दूसरे दरवाजे से लघु सचिवालय पहुंची। बाक्स:
दुर्व्यवहार के लगाए आरोप
धरनारत महिला पीटीआइ ने हलकाध्यक्ष के खिलाफ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस संबंध में पुलिस को भी शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि जेजेपी नेता ने उनके साथ पुलिस की मौजूदगी में हाथापाई व अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि जब धरनारत शारीरिक शिक्षकों ने उसका विरोध किया तो वह गाड़ी लेकर धमकी देते हुए वहां से निकल गया। बाक्स:
हलकाध्यक्ष की ओर से विधायक ने मांगी माफी
सेवा बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पीटीआइ के बीच जब बाढड़ा विधायक पहुंची तो महिला पीटीआइ ने उन्हें पार्टी हलकाध्यक्ष पर उनके साथ अभद्रता के आरोप लगाते हुए पूरे मामले से अवगत करवाया। उनकी बात सुनने के बाद विधायक ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे भी एक महिला हैं और महिलाओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार गलत है। उन्होंने कहा कि वे हलकाध्यक्ष से इस बारे में बात करेंगी और यदि उन्होंने ऐसा किया है तो वे उनकी ओर से माफी मांगती हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से कर्मचारियों के साथ है। लेकिन प्रदर्शनकारी महिला हलकाध्यक्ष द्वारा उनके बीच आकर माफी मांगने पर ही अड़ी रही और जब वे नहीं पहुंचे तो बाद में इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। बाक्स:
रोष प्रदर्शन कर सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
धरनारत पीटीआइ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीएम के नाम डीसी को ज्ञापन देने पहुंचे लघु सचिवालय पहुंचे। जब तक कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा तो पीटीआइ धूप में वहीं बैठ गए। बाद में उन्होंने सेवा बहाली की मांग, रंगीराम नैन के खिलाफ दर्ज केस खारिज करने व भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की। इस अवसर पर संघर्ष समिति अध्यक्ष सज्जन सिंह, धर्मेंद्र, ओमप्रकाश, कमल सिंह मांढी, राजकुमार घिकाड़ा, माया, बबीता, रानी, अनीता, सुशीला, शर्मिला इत्यादि मौजूद थे। बाक्स:
पुलिस के साथ भी हुई धक्का-मुक्की
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक जब ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो दादरी व बाढड़ा एसडीएम उनका ज्ञापन लेने के लिए उनके पास पहुंचे। लेकिन उन्होंने अपना ज्ञापन डीसी को सौंपने की बात कही। डीसी को बुलाने के लिए पांच मिनट का अल्टीमेटम देते हुए अंदर घूसने का चेतावनी दी। उसके बाद उन्होंने लघु सचिवालय में घूसने का प्रयास किया। जिस पर बड़ी संख्या में वहां तैनात महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। बाक्स:
सभी आरोप बेबुनियाद: मंदौला
जेजेपी के बाढड़ा हलकाध्यक्ष विजय मंदौला ने कहा कि विधायक को लघु सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम के बाद पीटीआइ के धरने पर जाना था। उसकी सूचना देने के लिए धरना कमेटी सदस्यों से बात करने वहां पहुंचे थे। पीटीआइ ने उनकी गाड़ी को घेरकर उस पर थाली-प्लेट मारनी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने उनकी गाड़ी को वहां से निकलवाया। उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद व निराधार हैं।