सड़कों पर बेसहारा गोवंश, रखने की पर्याप्त जमीन पर नहीं उठा रहा कोई कदम
बवानीखेड़ा कस्बे में बेसहारा गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं
राजेश कादियान, बवानीखेड़ा :
बवानीखेड़ा कस्बे में बेसहारा गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। इनको पकड़ने के लिए कोई अभी अभियान नहीं चल रहा है। सड़कों पर घूमते इन पशुओं से हादसे भी काफी हो चुके हैं। हालात यह है कि क्षेत्र में दो गोशालाएं हैं। जगह होने के बावजूद पशुओं को पकड़ कर उनमें छोड़ने के लिए कोई आगे नहीं आया है। पशुओं के कारण लगातार हो रहे हादसे के कारण लोग भी अब घरों से बाहर निकलने से डरने लगे हैं।
बवानीखेड़ा में नगर पालिका की तरफ से कोई अभियान नहीं चलाए जाने के कारण हालात काफी खराब है। कस्बावासियों की तरफ से लगातार पशु पकड़ने की मांग उठती रही है लेकिन कोई भी समाधान नहीं निकल पाया है। दूसरी तरफ गोशाला और नंदीशाला में जगह होने के बावजूद उसका फायदा भी प्रशासन नहीं उठा पा रहा है। बलियाली में है 500 पशु रखने की व्यवस्था
गांव बलियाली में श्री कृष्ण गोशाला है। मौजूदा समय में करीब 500 गाय हैं। सात एकड़ में बनी इस गोशाला में गायों के पीने के पानी और भोजन की व्यवस्था की गई है। गोशाला में क्षमता के बराबर पशु हैं। लेकिन पशुओं को लेकर गोशाला प्रबंधक समिति लगातार सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगा रही है। समिति के सदस्य सुदर्शन ने बताया कि वह सिर्फ गाय को रखते हैं। सरकार से मदद नहीं मिलती लेकिन वह दानवीरों से इस गोशाला से चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर नंदीशाला भी स्थापित की थी लेकिन उसको अभी शुरू नहीं किया है। 11 एकड़ भूमि पर बना है गोसेवा धाम
बवानीखेड़ा के पुलिस थाना के नजदीक श्रीस्नातन गोसेवा धाम का 11 एकड़ भूमि पर निर्माण किया गया है। इसमें भी करीब 500 गाय को रखने की क्षमता है। लेकिन इसमें क्षमता से अधिक पशु रखे गए हैं। गोशाला प्रबंधक समिति के सचिव हिम्मत तंवर ने बताया कि दानवीरों से आने वाले पैसों से यह गोशाला चलती है। पशुओं को भोजन की दिक्कत न हो इसको लेकर चारे का प्रबंधक वह समय पर करते है। साथ ही पशुओं के लिए छह शेड का निर्माण किया हुआ है। यदि किसी चीज की कमी होती है तो वह दान से ही उसे पूरा कर लेते हैं। जमालपुर रोड पर बनी नंदीशाला में हैं 300 नंदी
जमालपुर रोड पर बनी नंदीशाला में केवल नंदियों को ही रखा गया है। यहां से गाय को भिवानी स्थित गोशाला में शिफ्ट कर दिया गया था। अभी नंदीशाला में करीब 300 नंदियों को रखा गया है। इसमें अभी 100 और को रखा जा सकता है। मुंशी विष्णु ने बताया कि नंदियों को रखने के लिए चारे आदि की व्यवस्था बनी हुई है। इसलिए अभी दिक्कत नहीं आ रही।