प्रतिबंध के बावजूद दीपावली पर्व पर रातभर पटाखों से गूंजता रहा शहर, एक्यूआइ पहुंचा 424 पर
जागरण संवाददाता चरखी दादरी दीपावली पर्व पर प्रतिबंध के बावजूद जिले में आतिशबाजी का खूब शा
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दीपावली पर्व पर प्रतिबंध के बावजूद जिले में आतिशबाजी का खूब शोरगुल रहा। इसके कारण जिले में प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ गया है। विशेषकर वीरवार शाम से शुक्रवार सुबह तक दादरी शहर व आसपास में बढ़े पर्यावरण प्रदूषण का असर साफ दिखाई दिया। अधिक मात्रा में पटाखें जलाने, आतिशबाजी के चलते दादरी जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स, एक्यूआइ बढ़कर 424 तक पहुंच गया, जो कि गंभीर की श्रेणी में आता है। हालांकि बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए इस बार दादरी जिले में पटाखों की बिक्री व बजाने पर पाबंदी लगाई गई थी लेकिन वीरवार देर रात तक दादरी जिला पटाखों के शोर से गूंजता रहा। पटाखों से निकलने वाले धुएं ने दादरी व आसपास के क्षेत्र के वातावरण को भी काफी प्रदूषित किया। इस बार दीपावली के अगले ही दिन प्रदूषण का स्तर पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक मापा गया। जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। लोगों को आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। औसत से काफी बढ़ा प्रदूषण
दीपावली के एक दिन बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स, एक्यूआइ 424 दर्ज किया गया, जो दादरी जिले के लिए निवासियों के लिए बेहद गंभीर है। जबकि वीरवार रात 11 बजे तक एक्यूआइ का स्तर 324 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बुलेटिन के अनुसार वीरवार को दादरी का एयर क्वालिटी इंडेक्स, एक्यूआइ 424 दर्ज किया गया। यह भी जानें
एक्यूआइ का स्तर 0 से 50 के बीच ठीक माना जाता है।
51 से 100 के बीच में यह संतोषजनक स्तर पर होता है।
101 से 200 के बीच में इसे मोडरेट की श्रेणी में रखा जाता है।
201 से 300 के बीच खराब व 301 से 400 के बीच में बहुत खराब माना जाता है।
401 से 500 के बीच में इसे अत्यंत गंभीर स्तर पर माना जाता है।
आंखों में जलन व सांस संबंधित बीमारियों का खतरा
चिकित्सकों का कहना है कि हवा में प्रदूषण बढ़ने से सल्फरडाइआक्साइड, नाइट्रसआक्साइड, कार्बन मोनोक्साइड की मात्रा अधिक हो जाती है। जिससे सांस, दमा, ह्रदय व फेफड़ों से संबंधित रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसके अलावा धुएं की वजह से लोगों की आंखों में जलन व पानी आने की समस्याएं भी काफी बढ़ जाती है। चिकित्सकों का कहना है कि इस प्रकार की स्थिति में लोगों को अधिक आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलना चाहिए। इसके अलावा दिन में पांच से छह बार आंखों को ठंडे पानी से धोना चाहिए। साथ ही फेस मास्क का प्रयोग करना चाहिए। बढ़ता प्रदूषण का स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक : डा. सुदर्शन
दादरी के सिविल सर्जन डा. सुदर्शन पंवार ने बताया कि प्रदूषण का स्तर सेहत के लिहाज से बढ़कर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। खासतौर पर दमा के मरीजों, छोटे बच्चों, बुजुर्गो और गर्भवती महिलाओं का बचाव रखने की आवश्यकता है। मौसम में हुए बदलाव से सरकारी अस्पताल में दमा, आंखों में जलन, खांसी, बुखार, अलर्जी व सांस की बीमारी के रोगी बढ़े हैं। डा. सुदर्शन पंवार ने कहा कि इस मौसम में लोगों को जितना हो सके घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। बाहर निकलने पर मुंह पर मास्क लगाना चाहिए। पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए। इधर, पटाखे बेचते दो गिरफ्तार, मामला दर्ज
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी सिटी थाना पुलिस को बुधवार शाम को सूचना मिली थी कि दादरी के भगवान परशुराम चौक के समीप स्थित एक दुकान के बाहर एक व्यक्ति द्वारा पटाखों की बिक्री की जा रही है। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा वहां से एक व्यक्ति को पटाखे बेचते हुए काबू किया। वहीं वीरवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि दादरी के सुभाष चौक के समीप एक व्यक्ति द्वारा पटाखों की बिक्री की जा रही है। जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उक्त व्यक्ति को भी काबू किया। दोनों के पास से पुलिस को विभिन्न प्रकार के पटाखे बरामद हुए। जिस पर पुलिस ने पटाखों को भी अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस द्वारा दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।