बीकानेर से हरिद्वार रेलगाड़ी को नए रूट से चलाने की मांग
जागरण संवाददाता भिवानी बीकानेर से हरिद्वार के लिए वाया अंबाला होकर सप्ताह में तीन दिन चल
जागरण संवाददाता, भिवानी : बीकानेर से हरिद्वार के लिए वाया अंबाला होकर सप्ताह में तीन दिन चलने वाली रेलगाड़ी को ट्रैक खाली नहीं होने के चलते इसे चलाने में असमर्थता जताने के बाद नए रूट से चलाने की मांग उठी है। इस मांग को 29 अगस्त को बीकानेर रेल मंडल की होने वाली बैठक में सांसद धर्मबीर सिंह, डीआरयूसीसी (डिविजनल रेलवे यूजर्स कंसलटेटिव कमेटी) सदस्य प्रीतम अग्रवाल भाग लेंगे। इसके अलावा 10 करोड़ 19 लाख रुपये के पेंडिग कार्य भी जल्द पूरा करने की मांग उठाई जाएगी। रेलवे के आला अधिकारी और जन प्रतिनिधि भी इस बैठक में शिरकत करेंगे।
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बीकानेर से हरिद्वार के लिए यह सुझाया है नया रूट
बीकानेर से सायं 18:40 मिनट पर चल कर वाया सादलपुर, हिसार, भिवानी, रोहतक, दिल्ली जंक्शन से वाया शामली, सहारनपुर होते हुए सुबह 8:30 बजे हरिद्वार पहुंच जाएगी। इस समय बीकानेर से दिल्ली जंक्शन और आगे हरिद्वार तक ट्रैक खाली है।
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बीकानेर से हरिद्वार के लिए यह है पुराना रूट
उत्तर पश्चिम रेलवे की गाड़ी संख्या 14717 और 14718 बीकानेर से हरिद्वार तथा वापसी वाया हिसार, भिवानी, अंबाला और हरिद्वार सप्ताह में तीन दिन जाती है और वापस आती है। डीआरएम ने अंबाला ट्रैक खाली नहीं होने पर इस गाड़ी को चलाने में असमर्थता जाहिर की है।
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पुराने रूट से बीकानेर और हरिद्वार के बीच की दूरी 754 किलोमीटर
बीकानेर से हरिद्वार के नए प्रस्तावित रूट की दूरी 726 किलोमीटर बीकानेर से हरिद्वार के नए प्रस्तावित रूट की किलोमीटर में इस प्रकार है दूरी
बीकानेर से भिवानी की दूरी 367
भिवानी से दिल्ली जंक्शन 119
दिल्ली जंक्शन वाया शामली सहारनपुर 164
सहारनपुर से हरिद्वार 76
बीकानेर से हरिद्वार कुल दूरी 726 किलोमीटर
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रेलवे के लिए भी फायदेमंद होगा रूट
सहारनपुर न जाकर सीधा टपरी से हरिद्वार जाया जाए तो 12 किलोमीटर और कम हो जाएंगे। सहारनुपर इंजन रिवर्स करना पड़ता है वह भी नहीं करना होगा और समय भी 40 मिनट कम लगेगा।
वापसी में यह गाड़ी संख्या 14718 सायं 16:30 बजे चल कर सहारनपुर (टपरी) शामली दिल्ली जंक्शन, रोहतक, भिवानी हिसार और सादलपुर होते हुए बीकानेर पहुंच जाएगी।
इस रूट पर यह गाड़ी चलाना रेलवे के लिए फायदेमंद रहेगा। इस रूट पर यात्रियों की संख्या भी अच्छी खासी है।
भिवानी के प्लेट फार्म नंबर दो और तीन पर भी विद्युतचालित सीढि़यां बनाई जाएं।