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घुसकानी गांव में निर्माण मजदूरों ने हरियाणा सरकार का पुतला फूंका

निर्माण मजदूरों ने गांव घुसकानी में प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान 28 और 29 जनवरी को हिसार में श्रममंत्री आवास पर होने वाले महापड़ाव में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का निर्णय लिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 06:23 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 06:23 PM (IST)
घुसकानी गांव में निर्माण मजदूरों ने हरियाणा सरकार का पुतला फूंका
घुसकानी गांव में निर्माण मजदूरों ने हरियाणा सरकार का पुतला फूंका

जागरण संवाददाता, भिवानी :

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निर्माण मजदूरों ने गांव घुसकानी में प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान 28 और 29 जनवरी को हिसार में श्रममंत्री आवास पर होने वाले महापड़ाव में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का निर्णय लिया। भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा सम्बंधित सीटू की यूनिट कमेटी घुसकानी बैठक की अध्यक्षता नरेश कुमार ने की। सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा किसान मजदूर, कर्मचारी, छात्र और महिला विरोधी नीति लागू करने से मेहनतकश जनता सड़कों पर है। इतनी सर्दी में 50 दिनों से आंगनबाड़ी महिलाएं धरने में बैठी हैं। सरकार का बेटी बचाओ का नारा झूठा साबित हो रहा है। मंहगाई, बेरोजगारी से जनता परेशान हैं। सरकार हर तरफ से विफल साबित हो रही है।

डेढ़ साल से सभी निर्माण मजदूरों के गांव के फार्म पेंडिग पड़े हैं जिन पर अनेक तरह के आब्जेक्शन लगाए जा रहे हैं। शर्ते लगाकर उनको रिजेक्ट किया जा रहा है। यह भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार निर्माण मजदूरों की मांगों का समाधान नहीं करती है तो आगे आंदोलन की ठोस योजना बनाई जाएगी। राममेहर सिंह ने कहा कि बार-बार बातचीत होने के बाद समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। हरियाणा भर में यूनियन के कार्यकर्ता गांव-गांव में गए और सरकार का मजदूर विरोधी चरित्र मजदूरों ने बताया है।

उन्होंने कहा प्रदेश में निर्माण कल्याण बोर्ड में किसी का भी पंजीकरण नहीं हो रहा है। लाखों मजदूर कारीगरों को बोर्ड के लाभ से वंचित पहले ही हैं ऊपर से भाजपा-जजपा सरकार ने सेंट्रल प्रोसेसिग सिस्टम (सीपीएस) के माध्यम से निर्माण मजदूरों को मिलने वाली सहायता राशि से भी वंचित कर दिया है। बोर्ड में पंजीकृत निर्माण मजदूर कारीगरों को मृत्यु, कन्यादान, शादी, मातृत्व, पितृत्व लाभ मिलना तो दूर की बात है उनको साइकिल, औजार, महिला सम्मान का लाभ मिलना भी दुर्लभ हो गया है। प्रदेश के निर्माण कल्याण बोर्ड में 4500 करोड़ रुपये जमा है जिन पर भाजपा-जजपा सरकार कुंडली मारकर बैठ गई है। निर्माण मजदूरों की सभी लंबित मांग जल्द से जल्द पूरी की जाएं नहीं तो प्रदेश भर में सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। इसके लिए जिम्मेदार सरकार खुद होगी। इस अवसर पर राममेहर सिंह, जयबीर सिंह, नरेश कुमार, देवा सिंह, अजय, सुनील, अरुण आदि शामिल रहे।


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