दिनभर चलती रही बर्फीली हवाएं, व्यापार प्रभावित, जिले में पारा पहुंचा पांच पर
जागरण संवाददाता चरखी दादरी आमतौर पर पिछले सालों तक मकर संक्रांति के दिन से ठंड कम
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : आमतौर पर पिछले सालों तक मकर संक्रांति के दिन से ठंड कम होती दिखाई देती रही है लेकिन जिले में शुक्रवार को हालात विपरीत बन रहे हैं। बीती रात से सुबह देर तक धुंध व कोहरा छाया रहा तथा बर्फीली हवाएं चलने से आमजन की परेशानियां बढ़ी रही। पूरा दिन धूप न निकलने, हल्की धुंध छाई रहने के चलते सामान्य जनजीवन भी प्रभावित रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह आठ बजे तक खुले स्थानों, मुख्य मार्गाें को दृश्यता 10 मीटर तक रही। रात को गहरी धुंध छाने के कारण मुख्य मार्गाें पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार भी काफी कम दिखाई दी। मकर संक्रांति का पर्व होने के कारण आमतौर पर इस दिन बाजारों में बड़ी संख्या में खरीदार नजर आते रहे है लेकिन शुक्रवार को दिनभर कड़ाके की ठंड पड़ने, शीतलहर चलने की वजह से केवल जरूरी सामान के खरीददार ही दिखाई दिए। कोरोना संक्रमण बचाव की नई गाइडलाइनों के मुताबिक प्रशासन ने शुक्रवार से सांय छह बजे बाजार बंद करने के आदेश दिए थे। इसके चलते केवल दवाओं, डेयरी, दूध इत्यादि की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रही। बढ़ रही मौसम से जुड़ी बीमारियां
पिछले एक सप्ताह से तापमान में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी रहने, दिन रात शीतलहर चलने से जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में मौसम से जुड़ी बीमारियों से प्रभावित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इनमें वायरल, जुकाम, बुखार, टायफाइड, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग इत्यादि से प्रभावित मरीजों की संख्या सर्वाधिक है। दादरी के सामान्य नागरिक अस्पताल में पिछले महीने की अपेक्षा मौसम से जुड़ी बीमारियों से प्रभावित मरीजों की संख्या 40 फीसदी तक बढ़ गई है। इसी प्रकार निजी अस्पतालों में भी इन दिनों मरीजों की खासी भीड़ दिखाई दे रही है। स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के साथ साथ आमजन को मौसम को लेकर सजगता बरतनी होगी। रबी फसलों को फायदा
दादरी जिले के गांव समसपुर के किसान हवासिंह, बलजीत, रामकिशन, गांव बिगोवा के राजेश जाखड़, मुकेश, सतेंद्र, गांव रावलधी के कृष्ण, राजेश, मंजीत इत्यादि ने बताया कि धुंध पड़ने, शीतलहर चलने व बीच बीच के दिनों में दिनभर हल्की धूप निकलने से जिले में विशेषकर सरसों, गेहूं, जौ इत्यादि की फसलों को काफी फायदा हो रहा है। फसलों की प्रकृति के अनुसार इस मौसम में उनमें नमी की जरूरत पूरी हो रही है। इसी प्रकार धूप निकलने से प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया बढ़ती है। इस मौसम में पौधों की बढ़तवार होने लगी है।